(Breast Cancer Causes) यह कैंसर तब होता है जब कोशिकाओं को नियंत्रित करने वाले जीन में कोई म्यूटेशन होने आ जाए। इस म्यूटेशन की वजह से कोशिकाएं अनियंत्रित तरीके से बढ़ने लगती है जो इस बीमारी को जन्म देता है। बता दें ये कैंसर स्तन की कोशिकाओं में विकसित होता है। जानकारों के मुताबिक यह कैंसर फैटी कोशिकाओं, लोब्यूल्स या ब्रेस्ट की नली में बनता है। जिसके बाद अनियंत्रित कैंसर कोशिकाएं ब्रेस्ट की स्वस्थ कोशिकाओं को भी अपनी चपेट में ले लेती हैं और बाहों के नीचे लिम्फ नोड्स तक गंभीर होती चलीं जाती हैं।
ब्रेस्ट कैंसर डीएनए के डैमेज होने या जेनेटिक म्यूटेशन की वजह से भी विकसित होता है। एस्ट्रोजेन के संपर्क में आने, आनुवांशिक जीन्स में डिफेक्ट या माता-पिता से मिले जीन्स इसके लिए अक्सर जिम्मेदार होते हैं।
बता दें कि जब भी कोई व्यक्ति स्वस्थ होता है तो उसका इम्यून सिस्टम किसी भी असामान्य DNA की वृद्धि या हमले पर उसे रोकता है। पर जब किसी व्यक्ति को कैंसर हो जाता है तो ऐसा नहीं होता है। नतीजतन, ब्रेस्ट की कोशिकाएं अनियंत्रित होकर बढ़ने लग जाती हैं और कोशिकाओं की ये असामान्य वृद्धि ट्यूमर का रूप ले लेती हैं जिससे कोशिकाओं तक जरूरी पोषक तत्व और ऊर्जा भी नहीं पहुंचती।
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण (Breast Cancer Symptoms)
शुरुआती स्टेज में ब्रेस्ट कैंसर को पहचानने के कोई लक्षण नहीं हैं। ज्यादातर मामलों में ये ट्यूमर इतना छोटा होता है कि महसूस तक नहीं किया जा सकता। यह ट्यूमर तब महसूस किया जा सकता है, जब ब्रेस्ट में एक नई गांठ महसूस हो जो पहले नहीं थी वोभी बड़ी। वैसे सभी गांठ कैंसर नहीं होतीं पर एक आम साइन या लक्षण के तौर पर इसे देख सकते हैं।
ये भी हो सकते हैं ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती संकेत
-ब्रेस्ट में दर्द होना या ब्रेस्ट की स्किन का लाल हो जाना -ब्रेस्ट के आसपास के हिस्सों में सूजन रहना
-अपने आप निप्पल डिस्चार्ज
-निप्पल से खून का निकलना
-ब्रेस्ट में कई जगह या निप्पल की त्वचा का छिल जाना
-ब्रेस्ट के आकार में अचानक बदलाव होना
-निप्पल के आकार में अचानक बदलाव, निप्पल का अंदर की तरफ घुस जाना
-ब्रेस्ट में गांठ या सूजन का महसूस होना
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस होता है तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपको ब्रेस्ट कैंसर है पर इसके बाद आप ब्रेस्ट कैंसर की संभावना को ट्रेस कर सकते है।