आध्यात्मिक- आचार्य चाणक्य(Chanakya niti) ने जीवन को सकारात्मक(positive) दिशा दिखाने के लिए चाणक्य नीति(Chanakya niti) के माध्यम से व्यक्ति का मार्गदर्शन(guidence) किया है। मान्यता है कि जो व्यक्ति आचार्य चाणक्य(Acharya Chanakya) के बताए मार्ग पर चलता है और अपने जीवन को सकारात्मक(positivity) दिशा की ओर ले जाता है। उस व्यक्ति के भीतर परिस्थितियों से लड़ने का स्मार्थ्य विकसित होता है।
आचार्य चाणक्य(Acharya Chanakya) का मानना था कि अगर आप किसी व्यक्ति को परखना चाहते हैं। तो उसके त्याग को परखें। क्योंकि जो व्यक्ति त्याग कर सकता है। वह आपको कभी धोखा नहीं दे सकता और उसके जीवन का एकमात्र लक्ष्य समर्पण होता है।
आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya)का मानना है कि जिस प्रकार सोने की परख उसे पीटकर, काटकर, गर्म करके होती है। उसी प्रकार व्यक्ति की परख उसके त्याग से होती है। व्यक्ति का आचरण कैसा है। उसका व्यवहार(behaviour) कैसा है। उसमें कौन से गुण हैं। यह सब व्यक्ति के त्याग से जाना जा सकता है।