रिलेशनशिप– मित्रता इस सम्पूर्ण संसार का सबसे सुंदर रूप है। अगर किसी व्यक्ति के पास समर्पित मित्र है तो उस व्यक्ति का जीवन सफल रहता है। मित्र के होने से हमें कठिनाइयों से लड़ने का साहस मिलता है।
हम परिस्थितियों से आसानी से उभर सकते हैं। यदि हम किसी मुसीबत में होते हैं तो सबसे पहले यदि कोई हमारा साथ देने आता है तो वह मित्र होता है। कुल मिलाकर अगर इस दुनिया मे सबसे सुंदर रिश्ता कोई है तो वह मित्रता का है।
लेकिन आज के समय मे मित्रता का मूल बदल गया है। लोग अब मित्रता भी स्वार्थ साध कर करते हैं। कोई किसी के प्रति समर्पित नहीं होना चाहता। क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति अपना स्वार्थ चाहता है। आज हम स्वार्थ भरी दुनिया के बीच आपको सच्चे मित्र को पहचाने के कुछ तरीके बताने जा रहे हैं। यदि आपके मित्र में यह आदतें हुई तो वह आपके लिए कोहिनूर से कम नहीं है…
जानें सच्चे मित्र की आदतें..?
निस्वार्थ-
अगर कोई व्यक्ति आपके साथ निस्वार्थ जुड़ा है। तो वह आपके धन को देखकर आपकी ओर आकर्षित नहीं होगा। ऐसे लोग सिर्फ आपसे मतलब रखते हैं। इन लोगों को इस बात से फर्क नहीं पड़ता है कि आप क्या करते हैं और कैसे हैं। क्योंकि इनको सिर्फ यह पता होता है कि आप उनके मित्र हैं।
कम बात दिल से साथ-
कुछ लोग होते हैं कि रोज मिलते हैं दोस्तो के साथ घूमने जाते हैं। पैसा पानी की तरह उड़ाते हैं। लेकिन जो आपका सच्चा मित्र होगा। वह आपसे रोजाना बात नहीं करेगा। वह आपको अपने करियर बनाने के लिए प्रेरित करेगा। आपको सलाह देगा कि धन का सदुपयोग करें। इसे पानी की तरह न बर्बाद करें। समय की गरिमा को समझें और अपने जीवन मे सफल हो जाएं।
साथ-
एक सच्चा मित्र भले ही आपके साथ खुशी के वक्त न हो। लेकिन जब आपकी परिस्थिति खराब होगी और आपको एक साथी की आवश्यकता होगी। तो वह सदैव आपका साथ देगा, आपकी परिस्थितियों को समझेगा और आपको पुनः सही मार्ग पर लाने का प्रयास करेगा।