डेस्क रिपोर्ट :
अनचाहे गर्भ से बचने के लिए गर्भनिरोधकों का इस्तेमाल करना सबसे अच्छा तरीका है लेकिन कई बार ऐसा होता है कि आप गर्भनिरोधक गोली लेना भूल गए या सेक्स के दौरान कोई चूक हो गयी तो ऐसे में अनचाहे गर्भ के डर से घबराएं नहीं। ऐसे हालात में ही आपातकालीन गर्भनिरोधक काम आते हैं। आपातकालीन गर्भनिरोधक दो तरीकों से इस्तेमाल किये जाते हैं : इंट्रायूटेरिन डिवाइस और आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियां। इस लेख में हम आपको दूसरे तरीके यानी आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियां बता रहे हैं।इन आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों को ‘मॉर्निंग आफ्टर पिल’ भी कहते हैं। आमतौर पर इन दवाइयों को असुरक्षित सेक्स के अगले 72 घंटों के अंदर लेना होता है, लेकिन जितनी जल्दी आप इनका सेवन करती हैं ये दवाइयां उतनी ही अधिक असरकारक होती हैं। इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि गर्भ का ठहरना या ना ठहरना सबसे ज्यादा गोली लेने के समय पर ही निर्भर करता है। आइये इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।
इनके नाम से ही स्पष्ट है कि ये दवाइयां आपातकाल में उपयोग करने के लिए बनाई गयी हैं अर्थात जब गलती से असुरक्षित यौन संबंध बन जाए तो उस दौरान आप इन दवाइयों की मदद से गर्भ को ठहरने से रोक सकती हैं। जैसे कि अगर महिला किसी दिन गर्भनिरोधक गोली खाना भूल जाती है या पुरुष कंडोम लगाना भूल जाते हैं या सेक्स के दौरान उनका कंडोम फट जाता है तो ऐसी परिस्थितियों में ये गोलियां गर्भ को ठहरने से रोकती हैं।यहां एक बात जरुर ध्यान रखें कि आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियां, रोजाना इस्तेमाल की जाने वाली गर्भनिरोधक गोलियों से काफी अलग होती हैं। इनका प्रयोग ही तभी करना होता है जब आपने गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन ना किया हो। वहीं कुछ महिलाएं इन्हें गर्भपात की गोली समझने की गलती कर देती हैं। वास्तव में ये दवाइयां गर्भपात नहीं करती हैं बल्कि सिर्फ गर्भधारण को रोकती हैं। इन दवाइयों को खरीदने के लिए डॉक्टर की पर्ची की जरुरत नहीं है बल्कि आप इसे सीधे मेडिकल स्टोर से खरीद सकती हैं।
इन गोलियों में भी वही हार्मोन होते हैं जो गर्भनिरोधक गोलियों में इस्तेमाल होते हैं बस इनमें उन हार्मोन (लेवोनोरजेस्ट्रेल) की मात्रा बहुत ज्यादा रहती है जिससे गर्भधारण को पूरी तरह रोका जा सके। आपातकालीन निरोधक गोलियां निषेचित अंडों को गर्भाशय में स्थापित होने से रोकती है और ओव्यूलेशन की प्रक्रिया में देरी करती हैं।
यदि ये निषेचित अंडे गर्भाशय में पहले ही स्थापित हो चुकें हैं तो फिर इन दवाइयों का कोई असर नहीं होता है। यही वजह है कि इन दवाइयों को सेक्स के 72 घंटों के अंदर लेने की सलाह दी जाती है क्योंकि हर एक महिला में इस प्रक्रिया के होने का समय अलग अलग होता है। इसलिए असुरक्षित सेक्स के बाद जितनी जल्दी हो सके एक गोली खा लें। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार अगर आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन सही समय पर किया जाए तो इनकी सफलता दर लगभग 99% रहती है।
दरअसल इन दवाइयों के सेवन से जुड़ी यह बात बहुत प्रचलित है कि इन्हें असुरक्षित यौन सबंध के अगले 72 घंटों के अंदर ले लेना चाहिए। जबकि असल में आप इन्हें जितना जल्दी लेंगी ये उतने ही ज्यादा असरकारक होते हैं। इन दवाइयों को ‘मॉर्निंग आफ्टर पिल’ कहे जाने की वजह से कुछ महिलायें ऐसा सोचती हैं कि इन्हें असुरक्षित सेक्स के अगली सुबह खाना चाहिए जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। इन्हें खाने के लिए अगली सुबह का इंतज़ार ना करें बल्कि जैसे ही दवाइयों का इंतजाम हो जाए या जैसे ही आपको अपनी गलती का पता चल जाए तो तुरंत इसका सेवन कर लें। असुरक्षित सेक्स के अगले 12 घन्टों के भीतर ये दवा लेने से ये ज्यादा बेहतर परिणाम मिलते हैं।
क्या करें :
1- अगर आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली लेने के बाद अगले 3 से 4 हफ़्तों बाद भी पीरियड नहीं आता है तो क्लिनिक पर जाकर गर्भावस्था की जांच करवाएं।
2- अगर सेक्स किये हुए 72 घंटों से भी ज्यादा समय बीत चुका है और आपने आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली अभी तक नहीं ली है तो अब नजदीकी स्त्री रोग विशेषज्ञ से इस बारे में सलाह लेकर ही दवा का सेवन करें।
3- इन गोलियों के सेवन के बाद उल्टी, मिचली, थकान या हल्के पेट दर्द जैसी समस्याएं हों सकती हैं लेकिन अगर ये समस्याएं गंभीर हो रही हैं या रुक नहीं रही हैं तो तुरंत नजदीकी स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।
क्या ना करें :
1- एक मासिक चक्र में एक ही बार आपातकालीन गर्भनिरोधक का इस्तेमाल करें। एक मासिक चक्र में एक से ज्यादा गोलियों का सेवन आपके मासिक चक्र को बिगाड़ सकता है साथ ही ज्यादा गोलियों से गर्भाशय पर बुरा असर पड़ सकता है।
2- कई लोग इन दवाइयों को असुरक्षित सेक्स से बचने के आसान उपाय के रुप में इस्तेमाल करने लगते हैं जो कि पूरी तरह गलत है। ऐसा बिल्कुल ना करें बल्कि सेक्स करते समय कंडोम या अन्य गर्भनिरोधकों का इस्तेमाल करें। आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन सिर्फ इमरजेंसी में ही करें।
3- अगर आप पहले से ही गर्भवती हैं और आपातकालीन निरोधकों का इस्तेमाल गर्भपात के लिए करना चाहती हैं तो ऐसा ना करें। ऊपर भी बताया जा चुका है कि ये गर्भपात की गोलियां नहीं है बल्कि ये सिर्फ गर्भधारण को रोकती हैं।
4- कुछ महिलायें ऐसा भी मानती है कि इन दवाइयों से सेवन से यौन संचारित रोगों से बचाव होता है जबकि ऐसा नहीं है। ये दवाइयां एसटीडी (sexually transmitted diseases) की रोकथाम में कोई असर नहीं करती हैं।
अगली बार जब गलती से असुरक्षित सेक्स हो जाए तो आप बेहिचक आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करें। सेवन के बाद अगले कुछ दिनों में या अगले पीरियड में कोई तकलीफ हो तो तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।