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हाल ही में सोशल मीडिया पर ‘बियर टैनिंग’ खूब चलन में हैं. एक ब्यूटी टिप के तौर पर इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है और इसे आजमाकर सोशल मीडिया पर साझा करने का चलन निकल पड़ा है. फोर्ब्स के मुताबिक जहां कुछ लोगों को दावा है कि शरीर पर बियर लगाकर सनबाथिंग करने से टैनिक के बढ़िया नतीजे मिलते हैं, इससे त्वचा में स्थित रंग बदलने के जिम्मेदार तत्व मेलेनिन सक्रिय होता है जिससे ज्यादा टैनिंग होती है. अब विशेषज्ञों ने इस बियर टैनिंग के उपयोग और उससे संबंधित जोखिमों को लेकर चिंता जताते हुए इसके खतरों से आगाह कर रहे हैं. आइए जानते हैं कि यह बियर टैनिंग क्या है और इससे किस तरह के खतरे हो सकते हैं.

क्या होती है टैनिंग
पहले टैनिंग को समझें क्या यह क्या है. सरल शब्दों में कहें तो शरीर की त्वचा को सूर्य की चमकीली रोशनी का सामना कराना है जिससे त्वचा के रंग में कालापन आ जाता है. यह प्रक्रिया आमतौर पर सनबादिंग के दौरान होती है जब लोग सूर्य की रोशनी के जरिए शरीर को विटामिन डी ग्रहण करने का मौका देते हैं. यह काम अधिकांश देशों में समुद्र किनारों के बीच पर ज्यादा लोकप्रिय है.

टैनिंग फैशन का हिस्सा
तेज धूप में सनबाथ या धूप स्नान करने से माना जाता है कि इससे सूर्य की किरणें शरीर की त्वचा संवदन को जगा कर त्वचा कोशिकाओं में अच्छे रासायनिक बदलाव लाती हैं. भले ही धूप स्नान के फायदे हों या ना हों, लेकिन इससे त्वचा रंग बदलना फैशन कि हिस्सा है और बहुत से लोग खास तौर पर महिलाएं टैनिंग के लिए ही खास तौर पर धूप स्नान करती हैं  और इस टैनिंग के प्रभाव को बढ़ाने या कारगर करने के लिए कई उपाय भी अपनाती हैं.

तो फिर क्या होती है बियर टैनिंग
अब टैनिंग के लिए बियर टैनिंग की तकनीक की लोकप्रियता विशेषज्ञों को चिंता में डाल रही है और वे इसीलिए इसके लिए चेता रहा हैं. आमतौर पर टैनिंग के अच्छे नतीजे के लिए लोग शरीर पर किसी तरह का तेल या मॉस्चराइजर जैसा कुछ लगाते हैं जिससे टैनिंग बहुत बढ़िया हो. लेकिन जब इस तेल या क्रीम की जगह बियर को शरीर पर लगा कर धूप स्नान कर टैनिंग की जाए तो वह बियर टैनिंग कहलाती है.

क्या फायदा बताया जा रहा है?
बियर टैनिंग का समर्थन करने वाले मानते हैं कि हॉप इन्फ्यूज्ड बेवरेज यानि पेय पदार्थों में मेलेनिन पैदा करने के जादुई गुण होते हैं.  जिससे त्वचा जल्दी और समान रूप से टैन होती है. कुछ इसके लिए चार सरल चरणों की प्रक्रिया भी सुझा रहे हैं, सबसे सस्ती बियर लें, पानी में मिलाएं, उससे स्नान करें और फिर खुद को धूप मे सुखाएं.

चिंता की बात क्यों
लेकिन दुनिया भर के त्वचा रोग विशेषज्ञ इस चलन पर चिंता जता रहे हैं और लोगों को सावधान कर रहे हैं. 20 लाख फॉलोअर वाले सर्टिफाइड डर्मैटोलॉजिस्ट डस्टिन पोर्टेला का कहना है कि टैनिंग को बढ़ाने या तेज करने वाली कोई भी प्रक्रिया त्वचा के लिए हानिकारक हो सकती है और त्वचा के कैंसर तक के लिए जिम्मेदार हो सकती है. विशेषज्ञ साफ तौर पर सुझाते है कि टैनिंग से पहले केवल सनस्क्रीन लगाना ही सही होगा ना कि एल्कोहल.

एल्कोहल या बियन नुकसानदयाक क्यों
विशेषज्ञों का कहना है कि अलकोहल त्वचा से प्राकृतिक तेल और नमी बाहर निकाल देता है जिससे त्वचा सूखी हो जाती है और धूप से उसे ज्यादा नुकसान होता है. बियर का उपयोग त्वचा में जलन, और एलर्जी वाले रिएक्शन दे सकता है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में प्राइमस सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की डर्मेटोलॉजिस्ट, कॉस्मेटोलॉजिस्ट और लेजर सर्जन डॉ नव्या हांडा ने बताया कि सनबाथिंग के साथ  बियर उपयोग सुरक्षित नहीं है.

बियर के उपयोग के त्वचा को सीधे तौर पर भी कई तरह के नुकासन हो सकते हैं. इससे त्वचा की संवेदनशील का बढ़ सकती है जिसकी वजह अल्कहोल का होना होता है. अल्कोहल त्वचा को सूर्य की पराबैंगनी किरणों के प्रति ज्यादा संवेदनशील बनाता है. इससे त्वजा जल्दी शुष्क भी हो जाती है बियर या अल्कहोल शरीर को डीहाइड्रेट करने के लिए पहले से ही जाने जाते हैं. इससे शरीर पर लगी प्राकृतिक तेल की परत हट जाती है और त्वचा सूर्य की सीधी किरणों का सामना करती है. और सबसे जरूरी बात ऐसा कोई प्रमाण नहीं है कि इससे बेहतर टैनिंग होती है बल्कि त्वचा में जलन का खतरा बढ़ जाता है.