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Chicken Skin problem । किसी बच्चे की खूबसूरत, मुलायम स्किन को देखकर हमेशा मन में एक ही ख्याल आता है कि काश मेरी त्वचा हमेशा के लिए ऐसी ही बनी रहे। लेकिन ऐसा होता कहां है। 

टीनएज, यानी 13 से 18 साल की उम्र में स्किन में ब्रेकआउट, पिंपल्स, एक्ने मार्क्स और मिडिल एज में ड्राई स्किन की समस्या होने लगती है जिसके बाद कई बार हम कई तरह के ब्यूटी प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल कर लेते हैं। 

वहीं 40 की उम्र तक पहुंचते हुए फेस पर झुर्रियां, काले घेरे और दाग-धब्बे भी हो जाते हैं। सरल भाषा में कहें तो स्किन के मैच्योर होने की भी एक प्रक्रिया होती है जिसमें जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वो त्वचा पर अपना प्रभाव डालती जाती है। इन्हीं स्किन प्रॉब्लम में से एक है आंखों के नीचे होने वाली त्वचा पर छोटे-छोटे सफेद रंग के बम्प्स या दाने होना। मेडिकल भाषा में इन्हें केराटॉसिस पिलैरिस (Keratosis pilaris) भी कहा जाता है। आमतौर पर अंग्रेजी में कुछ लोग इसे चिकन स्किन (Chicken Skin) भी कहते हैं।

ज्यादातर लोग इस प्रॉब्लम पर ध्यान ही नहीं देते हैं, लेकिन थोड़े वक्त के बाद इन दानों में खुजली, जलन और हल्का दर्द महसूस होने पर लोगों का ध्यान इसपर जाता है। डॉक्टरों के अनुसार आमतौर पर चिकन स्किन की समस्या 30 से 35 साल की उम्र के बाद ज्यादा साफ तौर से नजर आती है। यह केवल आंखों के नीचे नहीं बल्कि हाथ और पैर पर भी होती हैं।

क्या है चिकन स्किन के कारण? (Causes of Chicken Skin or Keratosis Pilaris?)

– किसी फूड रिएक्शन से चिकन स्किन की समस्या हो सकती है।

– स्किन पोर्स में केराटिन प्रोटीन ब्लॉक होने के कारण भी यह प्रॉब्लम हो सकती है और वक्त के साथ बढ़ भी जाती है।

– कुछ मामलों में अधिक दवा का सेवन करने से भी यह समस्या लोगों में होती देखी गई है।

चिकन स्किन के इलाज के घरेलू नुस्खे (Home Remedies for Chicken Skin treatment)

गुलाब जल का प्रयोग

कई रिसर्च में यह बताया गया है कि गुलाब जल में एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं। जिस कारण से अगर आपको शुरुआत में चिकन स्किन की समस्या नजर आती है तो इस पर गुलाब जल लगाने से इससे आराम मिलता है। इस समस्या से पूर्णता निजात पाने के लिए आप दिन में दो बार गुलाब जल का इस्तेमाल करें।

मॉइस्चराइज करना है जरूरी

ज्यादातर स्किन प्रॉब्लम का मुख्य कारण मॉइश्चर की कमी को माना जाता है। स्किन की नमी को बनाए रखने के लिए क्रीम या बॉडी लोशन का इस्तेमाल नियमित तौर पर करते रहे। शरीर के जो हिस्से हमेशा (गर्दन, हाथ, पैर) खुले रहते हैं यानी डायरेक्ट एक्सपोज़ होते हैं उनको दिन में 3 से 4 बार मॉइश्चराइज जरूर करना चाहिए।

नहाने के लिए करें गर्म पानी का इस्तेमाल

गर्म पानी से नहाने से स्किन के डेड सेल्स आसानी से चली जाती हैं और पोर्स लंबे वक्त तक क्लीन भी रहते हैं। जिन लोगों को चिकन स्किन की प्रॉब्लम होती है उन्हें हल्के गुनगुने पानी से नहाने की सलाह भी दी जाती है। अब चाहें आप गुनगुने पानी में थोड़ा सा गुलाब जल डालकर भी स्नान कर सकते हैं।

क्या न करें

अगर आपको चिकन स्किन की समस्या है तो माइल्ड और केमिकल फ्री साबुन का इस्तेमाल ही करें। किसी भी स्थिति में हार्ड बॉडी स्क्रब का इस्तेमाल न करें इससे आपको एक्सट्रीम कंडीशन का सामना करना पड़ सकता है। हार्ड बॉडी स्क्रब का इस्तेमाल चिकन स्किन की समस्या को भी बढ़ा सकता है। 

स्किन में ज्यादा इरिटेशन होने पर आप उसे डॉक्टर को जरूर दिखाइए।