लाइफ:- आचार्य चाणक्य(Acharya Chanakya) ने जीवन से जुड़े कई पहलुओं पर अपना मत रखा है। आज संसार का प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन मे सुखी रहना चाहता है। वहीं अगर कोई अपना जीवन आचार्य चाणक्य(Acharya Chanakya) के मार्गदर्शन(Guidence) के मुताबिक व्यतीत करता है तो उसे कष्टों का सामना कम करना पड़ता है।
आचार्य चाणक्य(Acharya Chanakya) ने वैसे तो व्यक्ति के स्वभाव को लेकर कई रहस्यों से पर्दा हटाया है। वहीं उन्होंने स्त्री के बारे में एक बड़ी बात कही है। आचार्य चाणक्य(Acharya Chanakya) का मानना है कि अगर कोई स्त्री पवित्र है, सकारात्मक(positive) रहती है और अपने जीवन मे खुश रहती है। तो स्त्री ही उस स्त्री के साथ ईर्ष्या का व्यवहार रखती है। स्त्री उससे जलती है और उसका अहित सोचती हैं।
आचार्य चाणक्य(Chanakya Granth) के मुताबिक पवित्र स्त्री की दुश्मन स्त्री ही होती है। वह उसकी पवित्रता पर सवाल उठाती है और उससे ईर्ष्या करती है। निरंतर दूसरे लोगो से उसकी चुंगली करती रहती है।
आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya)ने कहा है कि जो लोग मूढ़ होते हैं वह बुद्धिमान व्यक्ति से ईर्ष्या करते हैं। अपवित्र स्त्री पवित्र स्त्री से ईर्ष्या करती है। बदसूरत औरत खूबसूरत औरत से ईर्ष्या करती है और यह लोग ईर्ष्या की आग में निरंतर जलते रहते हैं।