img

World population day:- हर साल 11 जुलाई यानी आज के दिन विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। साल 1990 में पहली बार विश्व जनसंख्या दिवस मनाया गया था। यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट की काउंसिल की बैठक में 1989 में यह फैसला लिया गया कि हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाएगा। इस घोषणा के बाद पहली बार जब 1990 में विश्व जनसख्या दिवस मनाया गया तो इसे 90 देशो ने मनाया। 

विश्व जनसख्या दिवस मनाने के पीछे यह उद्देश्य रखा गया था कि देश मे बढ़ती जनसख्या ओर पर्यावरण के प्रति लोगो को जागरूक किया जाए ओर उन्हें विकास के अर्थ से भली भांति परिचत करवाया जाए। विकास, बढ़ती जनसख्या, पर्यावरण के मुद्दे को ध्यान में रखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की घोषणा की। विश्व जनसख्या दिवस को लेकर यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड (UNFPA) का कहना है कि यह प्रगति का उत्सव है यह प्रगति के लिए मनाया जाता है। क्योंकि कड़ी मुसीबतों को पार करके के बाद आज दुनिया मे कई देश ऐसे है जिन्होंने काफी प्रगति की है। 
इस बार जनसख्या दिवस की थीम रखी गई है 8 अरब लोगों की दुनिया: हर किसी के लिए बेहतर भविष्य तय करने की ओर बढ़ते कदम, जहां अवसर हों, अधिकार हों और सब के पास अपनी पसंद का विकल्प हो। दुनिया की आबादी पर। अगर गौर करे तो UNFPA के आंकड़े के मुताबिक दुनिया की कुल आबादी 7 अरब 95 करोड़ 40 लाख है. इसमें 65% आबादी 15 से 64 साल की उम्र के लोगों की है. 65 साल से ऊपर के लोगों की कुल 10% और 14 साल से कम उम्र के लोगों की 25% हिस्सेदारी है। 

2027 तक भारत तोड़ेगा आबादी में रिकॉर्ड:-

वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया की कुल आबादी का 60 फीसदीं एशिया से है। वही अगर हम बात चीन और भारत की करे तो यह दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले देश है। वही अनुमान यह लगाया जा रहा है कि आगामी समय मे भारत आबादी के मामले में चीन से आगे निकल जायेगा और भारत की आबादी सबसे ज्यादा होगी। UNFA के मुताबिक़, इस वक्त चीन की आबादी क़रीब 1 अरब 44 करोड़ है. वहीं भारत की आबादी 1 अरब 40 करोड़ के आसपास है।