img

Gratuity New Rules 2023: नौकरीपेशा लोगों के लिए एक बार फिर से खुशखबर सामने आई है। यह भी बताया जा रहा है कि नए कानून को लागू होने के बाद ग्रेचुएटी लेने के लिए एक ही संस्थान में 5 साल तक नौकरी करने की जरूरत भी नहीं होगी।
नए नियमों के मुताबिक सिर्फ 5 साल में ही आप ग्रेचुएटी के हकदार हो जाएंगे, हालांकि अभी 4 नए लेबर कानून को लेकर चर्चा भी हो रही है। ये बताया जा रहा है कि लगभग 24 से ज्यादा राज्य कानूनों के लेकर सममती जता चुके हैं। चंद राज्य ही बचे हैं जिनकी राय आनी अभी भी शेष है..
लोकसभा में दी थी लिखित जानकारी
2022 में श्रम राज्यमंत्री रामेश्वर तेली लोकसभा में इसकी लिखित जानकारी देश की जनता के साथ साझा भी कर चुके हैं। लगभग 24 राज्य न्यूज वेज कोड के लिए अपनी सहमति भी दे चुके हैं।
उन्होने उसी समय बताया था कि सिर्फ 4 राज्यों की सहमती आना बाकी है. जैसे ही इनकी सहमती आ जाएगी, तो चारों न्यू लेबर कानून लागू कर दिये जाएंगे और आपको बता दें कि नए लेबर कोड्स के लागू होने के बाद कर्मचारियों की सैलरी, छुट्टी, प्रोविडेंट फंड ग्रेच्युटी (Gratuity) में बदलाव आएगा।
वर्तमान में क्या है नियम
आपको बता दें कि फिलहाल ग्रेचुएटी नियमों की बात की जाएं तो किसी एक संस्थान में आपको पूरे 5 साल तक नौकरी करनी होगी वहीं इसके बाद ही आप ग्रेचुएटी के अधिकारी होते हैं।
पांच साल के बाद जब आप नौकरी छोड़ेंगे संबंधित कर्मचारी की जितनी सैलरी होगी उसके आधार पर ही ग्रेचुएटी का कैल्कुलेशन भी किया जाता है। यानि अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 20 हजार रुपये है और 6 हजार रुपये महंगाई भत्ता है।तब उसके ग्रेच्युटी का कैलकुलेशन 26 हजार के आधार पर किया जाएगा।