लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहंुचे। उन्होंने वहां एक भव्य रोड शो किया और अयोध्या धाम जंकशन पहुंचे, जहां उन्होंने अयोध्या धाम जंकशन का लोकार्पण किया और देश को समर्पित किया । उन्होंने अयोध्या में उज्ज्वला योजना के लाभार्थी मीरा माझी के घर भी आगमन किया और उनके परिवार से मिला । इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में 15,700 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ष्एक समय था, जब यहीं अयोध्या में रामलला टेंट में विराजमान थे। आज पक्का घर सिर्फ रामलला को ही नहीं बल्कि पक्का घर देश के 4 करोड़ गरीबों को भी मिला है। आज का भारत अपने तीर्थों को भी संवार रहा है, वहीं डिजिटल टेक्नोलॉजी की दुनिया में भी छाया हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत की है। यहां उनके द्वारा शुरू की गई कुछ मुख्य परियोजनाओं की जानकारी दी गई है ।
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा: इसका पहला चरण 1,450 करोड़ की लागत से विकसित किया गया है। इसकी टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 6,500 वर्ग मीटर है, जो प्रतिवर्ष लगभग 10 लाख यात्रियों की सेवा करने में सक्षम है।
अयोध्या धाम जंक्शन : अयोध्या रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास 240 करोड़ की लागत से किया गया है1।
अमृत भारत और वंदे भारत ट्रेनें : प्रधानमंत्री मोदी ने दो नई अमृत भारत और छह नई वंदे भारत ट्रेनों का झंडा दिखाया।
रामायण स्पिरिचुअल फॉरेस्ट : यह 2300 एकड़ में निर्मित किया जाएगा, जिसमें रामायण स्पिरिचुअल थीम पार्क भी होगा।
अयोध्या रिंग रोड : भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने अयोध्या में 65 किमी लंबी रिंग रोड का निर्माण 2588 करोड़ की लागत से किया है ।
इन परियोजनाओं के अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने 29 विकास परियोजनाओं के लिए आधारशिला रखी, जिनकी कुल लागत 3,284.60 करोड़ से अधिक है।
अयोध्या रिंग रोड परियोजना के बारे में निम्नलिखित विवरण हैं:
लंबाई और लागतः अयोध्या रिंग रोड की कुल लंबाई 67.5 किलोमीटर होगी12345। इस परियोजना की कुल लागत घ्5,000 करोड़ अनुमानित की गई है ।
जिलों की संख्याः यह रिंग रोड अयोध्या, गोंडा और बस्ती जैसे तीन जिलों से होकर गुजरेगी ।
गावों की संख्या: इस रिंग रोड का पूरा स्ट्रेच 47 गावों के माध्यम से गुजरेगा ।
शुरुआत और समाप्ति: यह रिंग रोड गोंडा के महेशपुर से शुरू होकर, बिष्णोहरपुर होते हुए अयोध्या के मगलसी तक पहुंचेगी। उसके बाद, यह बस्ती जिले के सीतारामपुर गांव में प्रवेश करेगी और फिर गोंडा के महेशपुर में मिल जाएगी ।
विकासरू इस परियोजना का निर्माण श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा अयोध्या में आने वाले भक्तों और पर्यटकों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए किया जा रहा है।
इस परियोजना का निर्माण कार्य अप्रैल या मई 2023 के अंत तक शुरू होने की उम्मीद है। इस परियोजना के माध्यम से अयोध्या और उसके आस-पास के क्षेत्रों में यातायात को सुचारू रूप से संचालित किया जा सकेगा।
Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह jansandeshonline@gmail.com पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।