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गढ़वा में हाथी आतंक: सांप काटने से तीन बच्चों की मौत

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गढ़वा में हाथी आतंक: सांप काटने से तीन बच्चों की मौत
गढ़वा में हाथी आतंक: सांप काटने से तीन बच्चों की मौत

गढ़वा जिले के एक गांव में हाथियों के आतंक से डरकर एक साथ सो रहे तीन बच्चों को सांप ने डस लिया। सांप के काटने के बाद दो बच्चों की झाड़-फूंक कराने के दौरान मौत हो गई, जबकि तीसरे बच्चे ने झोलाछाप डॉक्टर के पास ले जाते समय दम तोड़ दिया। घटना गुरुवार रात को चपकली गांव में हुई, जहाँ हाथियों के आतंक के कारण कई ग्रामीण एक जगह इकट्ठा होकर सोने को मजबूर थे।

हाथी के आतंक के कारण एक साथ सो रहे बच्चे

गढ़वा जिले के चपकली गांव में हाथी के लगातार हमले से लोग भयभीत हैं। रात में सुरक्षित रहने के लिए ग्रामीण अपने घरों में एक साथ इकट्ठा होकर सोते हैं। गुरुवार रात भी ऐसा ही हुआ, जब 8 से 10 बच्चे हाथियों के डर से एक साथ सो रहे थे।

एक साथ सोने का खतरा

यह घटना दर्शाती है कि हाथी के डर के कारण कई बार ग्रामीण अपनी सुरक्षा को नजरअंदाज कर देते हैं और ऐसे स्थानों पर सोते हैं जहां वे अधिक सुरक्षित महसूस करते हैं, लेकिन असल में वहां और भी खतरे हो सकते हैं। यह भी ध्यान देने योग्य है कि सांप के काटने से हुई इस दुखद घटना के पीछे, जानवरों के लिए उनके प्राकृतिक आवास को सुरक्षित बनाना और मन्युवों को जागरूक करने की आवश्यकता है।

सांप काटने से तीन बच्चों की मौत

रात में बच्चों के सोते समय, घर में घुस आया जहरीला सांप (करैत) ने तीन बच्चों को डस लिया। घटना की जानकारी होने पर, परिवार के लोग तुरंत झाड़-फूंक करने वाले के पास गए, लेकिन दो बच्चों की मौत हो गई। तीसरा बच्चा भी झोलाछाप डॉक्टर के पास ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।

झाड़-फूंक और स्वास्थ्य सेवा में कमी

यह घटना, झाड़-फूंक और स्वास्थ्य सेवा तक सीमित पहुंच के बारे में चिंता पैदा करती है। गंभीर चोटों या बीमारियों के मामले में, झाड़-फूंक करने वाले के पास जाने से अमूल्य समय बर्बाद हो सकता है, और इस तरह रोगी को अपनी जान गँवाने का खतरा हो सकता है। गढ़वा जैसे क्षेत्रों में आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं की अभाव में इस तरह की घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं।

हाथियों का आतंक: गांव में डर का माहौल

गढ़वा में हाथियों का लगातार बढ़ता आतंक गांव में डर का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि हाथी मानव बस्तियों में घुसने लगे हैं। कुछ ग्रामीण स्कूलों की छतों पर, या गांव में एक जगह इकट्ठा होकर सोने को मजबूर हैं। ऐसे में, स्वास्थ्य सेवा के साथ-साथ, हाथियों से ग्रामीणों को सुरक्षित रखने के लिए उचित उपाय करने की जरूरत है।

संरक्षण के उपाय और जन जागरूकता

हाथियों के आतंक के कारण होने वाली हानि को कम करने के लिए सुरक्षात्मक उपाय और जन जागरूकता कार्यक्रम की जरूरत है। हाथियों को आवास में घुसने से रोकने के लिए जंगलों की रक्षा और उनका विस्तार करना आवश्यक है। साथ ही, हाथियों से बचाव के लिए ग्रामीणों को उचित ट्रेनिंग देना और जन जागरूकता प्रोग्राम चलाना जरूरी है।

गढ़वा में हाथी और सांप आतंक का प्रभाव

इस दुखद घटना से पता चलता है कि गढ़वा में हाथी और सांप आतंक ग्रामीणों को बेहद प्रभावित कर रहे हैं। सरकार को इन समास्याओं को समझकर उचित उपाय करने की जरूरत है।

उपाय

  • हाथियों के आवास की रक्षा करना
  • जन जागरूकता प्रोग्राम चलाना
  • सांप काटने से बचाव के लिए शिक्षित करना
  • स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच बढ़ाना
  • ग्रामीणों को सुरक्षित बनाना

टेक अवे पॉइंट्स

  • गढ़वा में हाथी और सांप आतंक का मुकाबला करना जरूरी है
  • ग्रामीणों के जीवन को बचाने के लिए उचित उपाय करने की आवश्यकता है
  • सरकार और अधिकारियों को इस मामले पर ध्यान देना चाहिए।
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