बीएमसी का फरमान, स्कूल में बच्चों के प्रदर्शन ठीक नहीं होने पर टीचर भरेंगे जुर्माना
बीएमसी ने तय किया है कि स्कूल में पढ़ने वाले शिक्षकों का प्रदर्शन बच्चों की नतीजों पर निर्भर करेगा. इसके लिए सर्कूलर जारी किया गया है कि प्राथमिक और माध्यमिक विभाग के शिक्षकों को बच्चों के प्रदर्शन के आधार पर परखा जाएगा.
मुंबई के मेयर विश्वनाथ महादेश्वर ने जानकारी दी कि बीएमसी द्वारा जारी सर्कुलर के मुताबिक यदि बच्चों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो पहली बार 100 रुपये से लेकर 2,000 रुपये तक का दंड लगाया जाएगा. यदि प्रदर्शन फिर खराब रहा तो दूसरी बार अस्थायी तौर पर वेतन बढ़ोतरी रोक दी जाएगी. वहीं तीसरी बार स्थायी तौर पर वेतन बढ़त का लाभ नहीं मिलेगा. बच्चों का प्रदर्शन अच्छा रहा तो शिक्षकों को महापौर पुरस्कार से सम्मानित किया जा सकता है.
बीएमसी एजुकेशन डिपार्टमेंट की और से हर महीने बीएमसी स्कूलों में सर्वे किया जाएगा. मेयर ने कहा कि शिक्षक ज्ञान देने का काम करता है, लेकिन उसी शिक्षक को बच्चों की प्रगति पर भी ध्यान देना चाहिए.गौरतलब है कि शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए कई तरह के नियम बनाए गए हैं. इन्हीं में से एक स्कूल सिद्धि कार्यक्रम है, जिसके तहत शिक्षा की गुणवत्ता, बच्चों के प्रदर्शन और सुविधाओं के आधार पर स्कूल की रैंकिंग की जाती हैं.
अलिशा नायर, मुंबई, न्यूज़ 18 इंडिया