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नई दिल्ली। अपनी गिरफ्तारी पर दो साल से दो लाख रुपए के इनाम का बोझ ढोते हुए इधर-उधर भाग रहे ‘दबंग’ यानि कुख्यात शार्प-शूटर अमित को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने धर दबोचा। अमित उर्फ दबंग के साथ उसका एक गुर्गा भी गिरफ्तार किया गया है। अमित दो साल से ‘मकोका’ के एक मामले में फरार था।

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी (उपायुक्त) मनीषी चंद्रा ने बताया कि दबंग’ के साथ गिरफ्तार और हत्या के मामले में वांछित दूसरे बदमाश का नाम रवि उर्फ मुनिया है। रवि मुनिया कुख्यात सुनील राठी और नीरज बबानिया गैंग का शार्प शूटर-कांट्रेक्ट किलर है। पैसे के लिए किसी का भी मर्डर करने में माहिर मुनिया भी लंबे समय से अपनी गिरफ्तारी पर एक लाख की इनामी राशि का बोझ ढो रहा था।

डीसीपी मनीषी चंद्रा के मुताबिक, इन खूनी बदमाशों को दबोचने की कोशिशें लंबे समय से चल रही थीं। चूंकि दोनों बेहद चालाक हैं, इसलिए पुलिस से बच निकलते थे। इन्हें दबोचने के लिए स्पेशल सेल इंस्पेक्टर विक्रम दहिया की विशेष टीम गठित की गयी थी। इन बदमाशों के पीछे पड़ी टीम को पता चल चुका था कि, अमित उर्फ दबंग उर्फ सोनू टिल्लू ताजपुरिया गैंग का सबसे विश्वासपात्र निशानेबाज है। ये दोनों हत्या, हत्या की कोशिश और लूटपाट के 6 से ज्यादा मामलों में फरार चल रहे थे।”

 

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गिरफ्तारी के बाद 33 साल के खतरनाक शूटर मुनिया ने पुलिस को बताया कि वो, हरियाणा के सोनीपत जिले में स्थित गांव बरोना का रहने वाला है। मुनिया के खिलाफ हरियाणा और दिल्ली में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पता चला है कि दबंग ने ही सन् 2014 में कुख्यात बदमाश जितेंद्र उर्फ गोगी के ऊपर अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी। अंधाधुंध गोली चलाये जाने की उस घटना को अंजाम दिल्ली में रोहिणी कोर्ट के करीब दिया गया था। उस हमले में बदमाश गोली घायल होने के बाद भी दबंग के हाथों मरने से बच गया था।

स्पेशल सेल डीसीपी (काउंटर इंटेलीजेंस) मनीषी चंद्रा ने बताया कि 24 जनवरी को मुनिया और दबंग दिल्ली में अलग अलग स्थानों पर पहुंचेगे। उसी वक्त से सब-इंस्पेक्टर संदीप डवास, सुनील सरोहा, सचिन पिलानिया, सुमेर, निशांत दहिया (सभी सब-इंस्पेक्टर), सहायक पुलिस उप-निरीक्षक गौरव व बच्चू सिंह, हवलदार नवीन कुमार और सिपाही नवीन की अलग-अलग टीमें बनायी गयीं। इन टीमों को दोनों बदमाशों को दबोचने के लिए दिल्ली के सभी संभावित स्थानों पर तैनात किया गया था। जैसे ही दोनो बदमाश पुलिस से घिरे। पुलिस टीमों ने उन्हें दबोच लिया।