भुखमरी के कारण पाक सरकार के विरोध में सड़कों पर उतरे लोग

डेस्क। पाकिस्तान में उत्तर के गिलगित-बाल्टिस्तान से लेकर दक्षिण में ग्वादर बंदरगाह शहर तक जगह-जगह बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन जारी हैं, जिसमें लोग सड़कों पर सरकार के खिलाफ असंतोष भी जता रहे हैं।
एशियन लाइट की रिपोर्ट के अनुसार, गिलगित-बाल्टिस्तान (जीबी) में लोगों के बीच चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) को लेकर नाराजगी भी दिख रही है और वे इस परियोजना के लिए पाकिस्तान सरकार द्वारा किए गए भूमि अधिग्रहण का विरोध भी कर रहे हैं।
एशियन लाइट ने इसके साथ ही अपनी रिपोर्ट में पामीर टाइम्स का हवाला देते हुए यह बताया है, जिसमें इंजीनियर आबिद ताशी ने पिछले तीन से चार दशकों से बिजली कटौती के मुद्दों का सामना कर रहे राज्य के लोगों के बारे में लिखा भी था।
वहीं दक्षिणी पाकिस्तान के वज़ीरिस्तान में कबिलाई नेताओं और सरकार के बीच बातचीत के बावजूद धरना-प्रदर्शन भी जारी हैं और इस वार्ता की विफलता के साथ 10 जनवरी से विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सरकार से आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह भी किया है।
साथ ही एशियन लाइट की रिपोर्ट के अनुसार, इस विरोध के कारण यहां यातायात बंद कर दिया गया और 8000 से अधिक दुकानें भी बंद रहीं।
द एशियन लाइट रिपोर्ट ने समुद्री कार्यकारी रिपोर्ट का हवाला देते हुए यह जानकारी दी गई है कि ग्वादर पोर्ट सिटी में ग्वादर अधिकार आंदोलन के नेता मौलाना हिदायतुर रहमान के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन हुए, जिसमें मांग की गई कि चीनी जहाज बंदरगाह क्षेत्र छोड़ दें और प्रदर्शनकारियों ने घोषणा यह की है कि अगर सरकार इन शांति प्रदर्शनों की अनदेखी करता रहा तो प्रदर्शनकारी हथियार भी उठा लेंगे।
वहीं इस सबके बीच, मौजूदा प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ अपने पूर्ववर्ती इमरान खान और आर्थिक संकट के दोहरे मोर्चे से लड़ने में व्यस्त दिखाई दे रहे हैं।