हैदराबाद केस में पीड़िता अश्रीन सुल्ताना का बड़ा बयान आया सामने, भाई को लेकर बताई बड़ी बात

डेस्क। बुधवार को अंतर-धार्मिक विवाह के लिए पीट-पीटकर मार डाले गए 25 वर्षीय दलित व्यक्ति की पत्नी अश्रीन सुल्ताना ने कहा कि उसे शुरू में इस बात का अहसास नहीं था कि यह उसका भाई था जिसने नवविवाहित जोड़े पर हमला किया था।
बता दें इस हमले में बिलिपुरम नागराजू की मौत हो गई और उनकी पत्नी अश्रीन सुल्ताना गंभीर रूप से घायल हो गईं।
उन्होंने बताया कि, "हम घर जा रहे थे जब मेरा भाई एक अन्य व्यक्ति के साथ मोटरसाइकिल पर आया और मेरे पति (नागराजू) को धक्का दिया और उसे पीटना शुरू कर दिया। शुरुआत में, मुझे नहीं पता था कि यह मेरा भाई था जो उस पर हमला कर रहा था। किसी ने हमारी मदद नहीं की।
जानकारी के मुताबित उसका भाई शुरू से ही शादी के खिलाफ था और नागराजू द्वारा इस्लाम में परिवर्तित होने की कसम खाने के बाद भी उसे मंजूर नहीं था।
बता दें की पीड़िता अशरीन के भाई सैयद मोबिन अहमद को एक अन्य आरोपी मोहम्मद मसूद अहमद के साथ गिरफ्तार किया गया है। घटना हैदराबाद के सरूरनगर के पंजाला अनिल कुमार कॉलोनी में हुई जब आरोपी ने बाइक सवार दंपति पर लोहे की रॉड से हमला किया और फिर चाकू मार दी।
नागराजू जो एससी-माला समुदाय से थे और अश्रीन एक ही स्कूल और कॉलेज में गए थे और इस साल जनवरी में अपनी शादी से पहले पांच साल से अधिक समय तक रिलेशन में थे।
पुलिस ने कहा कि नागराजू को मारने की योजना सावधानी से रची गई थी। एक महीने पहले, आरोपी ने नागराजू का पता लगाने की कोशिश की, लेकिन असफल रहा। हमले के दिन आरोपी ने उसकी लोकेशन की तलाशी ली और उसे मलकापेट में मारुति के शोरूम में पाया। चूंकि वहां हमला करना सुविधाजनक नहीं था, उन्होंने नागराजू के दोपहिया वाहन का पीछा किया और पंजाला अनिल कुमार कॉलोनी में उन पर हमला कर दिया।