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बिहार बीते कई दिनों से चर्चा का केंद्र बना हुआ है। जातिगत सर्वे को लेकर सदन में चल रही चर्चा पर नीतीश कुमार ने बीते दिन सेक्स ज्ञान दिया तो मानों हंगामा मच गया। नीतीश की सोशल मीडिया से लेकर मेन स्ट्रीम मीडिया में खूब खिल्ली उड़ी। 24 घंटे के भीतर नीतीश कुमार ने अपने बयाना के लिए माफी मांगी। वही अब जातिगत सर्वे के आधार पर बिहार के सबसे गरीब परिवारों का खुलास हुआ है। सर्वेक्षण रिपोर्ट में बिहार की आबादी और कौन कितना गरीब है इस बात का खुलासा हुआ है। 

जानें बिहार में कितनी आबादी गरीब:

बिहार सरकार द्वारा जारी आकड़े की माने तो बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ से ज्यादा है। इसमें से 94 लाख आबादी गरीबी है। इनकी मासिक आय 6000 रूपये से भी कम है। यानी दिन का 200 या उससे कम इनकम। इतने पैसे में इन लोगों का गुजारा करना संभव नहीं है। बिहार सरकार ने गरीबी और गरीब की आय के जो आकड़े सार्वजनिक किये हैं उससे एक बात स्पष्ट हो गई है। कि विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार की जो आलोचना यह कहकर करता है कि मोदी राज में अमीर और अमीर हुआ है और गरीब और गरीब कहीं न कहीं सही है। 

बिहार में किसकी कितनी आबादी – 

ब्राह्मण 3.65 प्रतिशत

राजपूत 3.45 प्रतिशत

भूमिहार 2.86 प्रतिशत

पिछड़ा वर्ग 27.13 प्रतिशत

पिछड़ा वर्ग उपसमूह 36 प्रतिशत

एसटी 21 प्रतिशत

अन्य पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग की कुल आबादी 63 प्रतिशत

सवर्णों की कुल आबादी 15.53 प्रतिशत

बिहार में किस समुदाय के कितने गरीब:

एससी समुदाय में 42.93 फीसदी

अनुसूचित जनजाति 42.70 फीसदी 

पिछड़ा वर्ग में 33.16 फीसदी 

अत्यंत पिछड़े वर्ग 33.59 फीसदी 

सामान्य वर्ग 25.09 फीसदी 

जाति के आधार पर गरीबी का प्रतिशत:

राजपूत 24.89 फीसदी 

ब्राह्मण 25.32 फीसदी

भूमिहार 27.58 फीसदी

मुसलमान 25.84 फीसदी

यादव 35.87 फीसदी

कुशवाहा 34.32 फीसदी

बिहार की सबसे अमीर जाति:

कायस्थ 13.83 फीसदी लोग गरीब हैं। 23 हजार 639 परिवार गरीब। 

कायस्थ कुल आबादी- 1 लाख 70 हजार 985 आबादी।