Congress On Mahadev Betting App CM Bhupesh Baghel link: पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव है। बीजेपी – कांग्रेस दोनों सत्ता में आने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। कांग्रेस का दावा है कि पांच राज्यों में बीजेपी की हार सुनिश्चित हो चुकी है। मोदी विधानसभा चुनाव में अपनी हार से घबराए हैं। हार के भय से भयभीत मोदी ने अपने सबसे मजबूत अस्त्र ईडी का इस्तेमाल करना आरम्भ कर दिया है। कांग्रेस नेता और पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने स्पष्ट रूप से कहा है कि ईडी का उपयोग सिर्फ कांग्रेस नेताओं की लोकप्रियता को धूमिल करने के लिए किया जा रहा है।
क्या बोले पार्टी महासचिव जयराम रमेश:
जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफोन एक्स पर लिखते हुए कहा- छत्तीसगढ़ और राजस्थान में निश्चित दिख रही हार से घबराकर प्रधानमंत्री ने अपना आख़िरी और एकमात्र बचे अस्त्र, मोदीअस्त्र (ED) को कांग्रेस नेताओं की छवि ख़राब करने के लिए चला दिया है।
लेकिन छत्तीसगढ़ और राजस्थान की जनता कांग्रेस पार्टी का कवच है। प्रधानमंत्री मोदी की डराने धमकाने की रणनीति मतदाताओं के संकल्प को और मज़बूत करेगी। वे जानते हैं कि यह सिर्फ़ इलेक्शन ड्रामा है जो भाजपा की हताशा को दिखाता है।
छत्तीसगढ़ और राजस्थान में निश्चित दिख रही हार से घबराकर प्रधानमंत्री ने अपना आख़िरी और एकमात्र बचे अस्त्र, मोदीअस्त्र (ED) को कांग्रेस नेताओं की छवि ख़राब करने के लिए चला दिया है।
लेकिन छत्तीसगढ़ और राजस्थान की जनता कांग्रेस पार्टी का कवच है।
प्रधानमंत्री मोदी की डराने धमकाने…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) November 3, 2023
ईडी की कार्यवाही पर क्या बोले भूपेश बघेल:
जैसा कि मैंने पहले कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ईडी, आईटी, डीआरआई और सीबीआई जैसी एजेंसियों के सहारे छत्तीसगढ़ का चुनाव लड़ना चाहती है. चुनाव के ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि धूमिल करने की सबसे कुत्सित प्रयास किया है. यह कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का राजनीतिक प्रयास है जो ईडी के माध्यम से किया जा रहा है.
‘महादेव ऐप’ की कथित जांच के नाम पर ईडी ने पहले मेरे करीबी लोगों को बदनाम करने के लिए उनके घर छापे डाले और अब एक अनजान से व्यक्ति के बयान को आधार बनाकर मुझ पर 508 करोड़ लेने का आरोप लगा दिया है. ईडी की चालाकी देखिए कि उस व्यक्ति का बयान ज़ाहिर करने के बाद एक छोटे से वाक्य में लिख दिया है कि बयान जांच का विषय है. अगर जांच नहीं हुई है तो एक व्यक्ति के बयान पर प्रेस रिलीज़ जारी करना न केवल ईडी की नीयत को बताता है बल्कि इसके पीछे केंद्र सरकार की बदनीयती को भी ज़ाहिर करता है.
इस समय राज्य में चुनाव हो रहे हैं. सब कुछ चुनाव आयोग के हाथों में है. पुलिस के अलावा सीआरपीएफ़ के जवान जांच कर रहे हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी रकम लेकर लोग किस तरह से छत्तीसगढ़ पहुंच पा रहे हैं? कहीं इसमें भी तो केंद्रीय एजेंसियों की सांठगांठ नहीं चल रही है? कहीं ये रकम उन संदूकों में तो भरकर नहीं लाई गई है जो ईडी के अफ़सरों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ विशेष विमान से तो नहीं पहुंची है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दोनों मिलकर भी कांग्रेस का छत्तीसगढ़ में मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं तो वे जांच एजेंसियों के सहारे चुनाव लड़ना चाहते हैं. ईडी के ख़िलाफ़ मैंने खुले बयान दिए हैं और जनता को बताता रहा हूं कि ईडी किस तरह से काम करती है. वह पहले लोगों के नाम तय करती है फिर लोगों को गिरफ़्तार करके धमकाती डराती है और नाम लेने के लिए बाध्य करती है. इसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकती है. मारना, डराना धमकाना तो सामान्य बात है.
कांग्रेस तैयार है. कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता तैयार है. ईडी, आईटी जैसी एजेंसियों के मुक़ाबले के लिए छत्तीसगढ़ की जनता हमारे साथ है. हम लड़ेंगे और जीतेंगे.
जैसा कि मैंने पहले कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ईडी, आईटी, डीआरआई और सीबीआई जैसी एजेंसियों के सहारे छत्तीसगढ़ का चुनाव लड़ना चाहती है. चुनाव के ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि धूमिल करने की सबसे कुत्सित प्रयास किया है. यह कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का राजनीतिक प्रयास है जो…
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 3, 2023
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