दिल्ली मेट्रो के लाजपत नगर-सकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर के निर्माण की तैयारी जोरों पर है। हालांकि इस परियोजना के लिए निविदा अभी जारी नहीं हुई है, लेकिन दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने निर्माण कार्य शुरू करने से पहले ही कई महत्वपूर्ण कदम उठाना शुरू कर दिए हैं। यह कॉरिडोर दिल्लीवासियों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा, जिससे यात्रा आसान और तेज़ होगी। आइये इस परियोजना की तैयारी और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से नज़र डालते हैं।
सड़क चौड़ीकरण का कार्य प्रारम्भ
लाजपत नगर-सकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर के लिए मार्ग निर्माण कार्य
डीएमआरसी ने प्रस्तावित लाजपत नगर-सकेत जी ब्लॉक मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण स्थल पर सड़क की चौड़ाई बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है ताकि कॉरिडोर के निर्माण के दौरान यातायात में कोई बड़ी समस्या न आए। सड़क चौड़ीकरण का यह काम निविदा आवंटित होने के छह महीने के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस कार्य को समय पर पूरा करने पर ही लाजपत नगर-सकेत जी ब्लॉक मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण की निविदा जल्द जारी होने की संभावना है। इस परियोजना के समय पर पूरा होने से क्षेत्र के लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी।
यातायात की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कार्य
डीएमआरसी द्वारा सड़क चौड़ीकरण का यह कदम दर्शाता है कि इस परियोजना के क्रियान्वयन में यातायात की समस्याओं को कम करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण पहलू है, जो निर्माण कार्य के दौरान और बाद में यातायात को सुचारू रूप से चलाने में सहायक होगा। इससे यात्रियों को कम परेशानी का सामना करना पड़ेगा और क्षेत्र का विकास भी तेज होगा।
प्रस्तावित कॉरिडोर की प्रमुख विशेषताएँ
कॉरिडोर की लंबाई और स्टेशन
लाजपत नगर-सकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर की लंबाई लगभग 38 किलोमीटर होने का प्रस्ताव है। यह पूरी तरह से एलिवेटेड होगा, जिसमें लाजपत नगर, एंड्रयूज गंज, ग्रेटर कैलाश-1, चिराग दिल्ली, पुष्पा भवन, साकेत डिस्ट्रिक्ट सेंटर, पुष्प विहार और साकेत जी ब्लॉक सहित नौ स्टेशन शामिल होंगे। यह कॉरिडोर क्षेत्र के विभिन्न महत्वपूर्ण स्थलों को आपस में जोड़ेगा, जिससे यात्रा सुगम और तेज हो सकेगी।
पुष्पा भवन और साकेत जी ब्लॉक के बीच का हिस्सा
पुष्पा भवन और साकेत जी ब्लॉक के बीच का हिस्सा बिरला विद्या निकेतन मार्ग पर स्थित होगा। चूंकि इस सड़क की चौड़ाई कम है, इसलिए इसे चौड़ा किया जा रहा है ताकि प्रस्तावित मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण में कोई बाधा न आए। यह व्यावहारिक कदम निर्माण कार्य को बिना रुकावट के पूरा करने में सहायक होगा और समय की बचत होगी।
लोकसभा चुनाव पूर्व स्वीकृति और आगे की योजनाएँ
दो नए मेट्रो कॉरिडोर को मिली मंजूरी
लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने दिल्ली में दो नए मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण की योजना को मंजूरी दी थी। इनमें लाजपत नगर-सकेत जी ब्लॉक और इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर शामिल हैं। इन परियोजनाओं को मंजूरी मिलना क्षेत्र के विकास और बेहतर यातायात व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण पहलू है। यह दर्शाता है कि शहर के बेहतर कनेक्टिविटी पर केंद्र सरकार का जोर है।
निविदा जारी होने का इंतज़ार
इन दोनों कॉरिडोर के निर्माण के लिए निविदा अभी जारी नहीं हुई है। हालांकि, सड़क चौड़ीकरण जैसे कामों को पहले ही शुरू करने से पता चलता है कि डीएमआरसी इस परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह त्वरित कदम परियोजना के समय पर पूरे होने का संकेत देता है।
बहादुरगढ़ से आसोदा तक मेट्रो लाइन का विस्तार
बहादुरगढ़ से आसोदा तक मेट्रो लाइन के विस्तार को लेकर भी महत्वपूर्ण विकास देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के बीच हुई बैठक में मेट्रो लाइन विस्तार के संबंध में सर्वेक्षण कराने का निर्णय लिया गया है। हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (HMRTC) द्वारा यात्रियों की संख्या का अंतिम सर्वेक्षण करने का निर्णय लिया गया है। यह मेट्रो सेवाओं के विस्तार के प्रति सरकार की गंभीरता को दर्शाता है।
मुख्य बिन्दु:
- लाजपत नगर-सकेत जी ब्लॉक मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण की तैयारी शुरू हो गई है।
- सड़क चौड़ीकरण का काम तेज़ी से चल रहा है।
- कॉरिडोर लगभग 38 किलोमीटर लंबा होगा और इसमें नौ स्टेशन होंगे।
- बहादुरगढ़ से आसोदा तक मेट्रो लाइन के विस्तार पर भी काम चल रहा है।
- निविदा जल्द जारी होने की उम्मीद है।