सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एस. अब्दुल नजीर(supreme court former judge s. abdul najeer)ने शुक्रवार को आंध्र प्रदेश(andrapradesh governor) के राज्यपाल के रूप में शपथ ली। आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय(HIGHcourt) के मुख्य न्यायाधीश(chief justice), न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा (judge Prashant Kumar mishra) ने यहां राजभवन में आयोजित एक समारोह में न्यायमूर्ति नजीर(judge abdul nazeer) को पद की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी(Andrapradesh chief minister y.s Jagmoham Reddy), विपक्ष के नेता एन. चंद्रबाबू नायडू(opposition leader Chandrababu Naidu), कई मंत्रियों, न्यायाधीशों और शीर्ष अधिकारियों ने समारोह में भाग लिया। शपथ ग्रहण के बाद नेताओं और अधिकारियों ने नए राज्यपाल(Governor) को बधाई दी। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 12 फरवरी को नजीर को राज्यपाल नियुक्त किया था।
उन्होंने बिस्वा भूषण हरिचंदन (Biswa Bhushan harichandan)का स्थान लिया, जिन्हें छत्तीसगढ़(Chattisgarh) राजभवन में स्थानांतरित कर दिया गया। ओडिशा के वरिष्ठ भाजपा नेता हरिचंदन (BJP Leader harichandan)ने जुलाई 2019 में राज्यपाल(Governor) का पद संभाला था।कर्नाटक के रहने वाले जस्टिस नजीर(judge Abdul Nazeer) ने कर्नाटक उच्च न्यायालय (Karnataka High court)के न्यायाधीश के रूप में कार्य किया था और 2017 में उन्हें सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश( supreme court judge) के रूप में पदोन्नत किया गया था। वह अयोध्या मामले(Ayodhya case) में फैसला सुनाने वाली सुप्रीम कोर्ट की संविधान(constitution) पीठ में थे। तीन तलाक विवाद (Tipale talak case)पर फैसला सुनाने वाली फुल बेंच में जस्टिस नजीर (judge abdul nazeer)भी थे। वह उन दो न्यायाधीशों में से एक थे, जिन्होंने तीन तलाक(Tripale talak) पर प्रतिबंध लगाने वाले बहुमत के फैसले का विरोध किया था।