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भारतीय रेलवे ने घने कोहरे के कारण सुरक्षित रेल परिचालन सुनिश्चित करने के लिए 1 दिसंबर से 28 फरवरी तक दर्जनभर ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया है। इसके अलावा, कुछ ट्रेनों का परिचालन आंशिक रूप से रद्द कर दिया गया है, और कुछ ट्रेनों के परिचालन के दिनों की संख्या कम कर दी गई है। आइए जानते हैं कोहरे के चलते रद्द की गई ट्रेनों के बारे में विस्तार से।

पूरी तरह से रद्द की गई ट्रेनें

रद्द ट्रेनों की सूची

1 दिसंबर से 28 फरवरी के बीच कई ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है। इनमें प्रमुख रूप से प्रयागराज रामबाग-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस (12538 और 12537), वीरंगना लक्ष्मीबाई (झांसी)-कोलकाता एक्सप्रेस (22198 और 22197), डिब्रूगढ़-चंडीगढ़ एक्सप्रेस (15903 और 15904), कामख्या- गया एक्सप्रेस (15620 और 15619), कामख्या-आनंद विहार एक्सप्रेस (15621 और 15622), हटिया-आनंद विहार एक्सप्रेस (12873 और 12874), संतरागाछी-आनंद विहार एक्सप्रेस (22857 और 22858), टाटा-अमृतसर एक्सप्रेस (18103 और 18104), मालदा टाउन-नई दिल्ली एक्सप्रेस (14003 और 14004), अंबाला-बरौनी हरिहर एक्सप्रेस (14524 और 14523), अमृतसर-पूर्णिया कोर्ट जनसेवा एक्सप्रेस (14618 और 14617), हावड़ा-देहरादून उपासना एक्सप्रेस (12327 और 12328) जैसी कई महत्वपूर्ण ट्रेनें शामिल हैं। इन ट्रेनों के रद्द होने की अवधि अलग-अलग है, कुछ केवल कुछ दिनों के लिए रद्द हैं तो कुछ कई हफ़्तों तक रद्द रहेंगी। यात्रियों को अपनी यात्रा योजनाओं को पुनः जांचना होगा और वैकल्पिक परिवहन के साधनों पर विचार करना होगा। रद्द ट्रेनों की पूरी सूची रेलवे की वेबसाइट पर देखी जा सकती है।

यात्रियों के लिए परेशानी

इन ट्रेनों के रद्द होने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई लोग अपनी यात्राओं की योजना पहले से बना चुके होते हैं, और ट्रेनों के रद्द होने से उनके कार्यक्रम बाधित हो रहे हैं। इससे यात्रा का समय और खर्च दोनों ही बढ़ रहा है। रेलवे प्रशासन को यात्रियों की समस्याओं का समाधान करने के लिए उचित प्रबंध करने की आवश्यकता है, जैसे कि वैकल्पिक ट्रेनों की व्यवस्था और यात्रियों को सूचित करने की बेहतर प्रणाली।

कम दिनों तक चलने वाली ट्रेनें

संचालन में कमी

कुछ ट्रेनें पूरे महीने नहीं, बल्कि सप्ताह के कुछ ही दिनों में चलेंगी। इससे यात्रियों की यात्रा की सुविधा पर प्रभाव पड़ता है। उदाहरण के लिए, ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस (11123 और 11124), अजमेर-सील्डा एक्सप्रेस (12988 और 12987), कामख्या-आनंद विहार नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस (12505 और 12506), अलीपुरद्वार-दिल्ली सिक्किम महानंदा एक्सप्रेस (15483 और 15484), नई जलपाईगुड़ी-नई दिल्ली एक्सप्रेस (12523 और 12524), डिब्रूगढ़-लालगढ़ अवध आसाम एक्सप्रेस (15909 और 15910), पटलिपुत्रा-लखनऊ एक्सप्रेस (12529 और 12530), पटलिपुत्रा-गोरखपुर एक्सप्रेस (15079 और 15080), तनकपुर-सिंगरौली त्रिवेणी एक्सप्रेस (15074 और 15073), तनकपुर-शक्तिनगर त्रिवेणी एक्सप्रेस (15076 और 15075), भागलपुर-आनंद विहार गरीब रथ एक्सप्रेस (22405 और 22406), और हावड़ा-काठगोदाम एक्सप्रेस (13019 और 13020) जैसी ट्रेनें सप्ताह के कुछ विशिष्ट दिनों में ही चलेंगी। इस प्रकार यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना बनाते समय ध्यान रखना होगा कि उनकी चुनी हुई ट्रेन उनके यात्रा के दिन चलती भी है या नहीं।

आवृत्ति में परिवर्तन का असर

इन परिवर्तनों का सीधा असर यात्रियों पर पड़ता है। लोगों को या तो अपनी यात्रा की तारीख बदलनी होगी, या फिर अन्य साधनों का सहारा लेना होगा, जिससे उनकी परेशानी बढ़ सकती है। रेलवे को ऐसी सूचना समय रहते और प्रभावी ढंग से देनी चाहिए ताकि यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा न हो।

आंशिक रूप से रद्द की गई ट्रेनें

आंशिक रद्दीकरण

कुछ ट्रेनों का परिचालन कुछ खंडों में आंशिक रूप से रद्द किया गया है। उदाहरण के लिए, हावड़ा-मथुरा जं. चंबल एक्सप्रेस (12177 और 12178) का परिचालन आगरा छावनी और मथुरा जंक्शन के बीच कुछ समय के लिए रद्द किया गया है। इस प्रकार की आंशिक रद्दीकरण से यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना बनाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था

रेलवे को आंशिक रूप से रद्द होने वाली ट्रेनों के लिए यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए ताकि यात्रियों को अपनी यात्रा पूरी करने में परेशानी न हो। इसके लिए रेलवे को अपनी तरफ से उचित प्रयास करने होंगे।

सम्भावित समाधान और निष्कर्ष

कोहरे के कारण ट्रेनों के परिचालन में बाधा आना एक गंभीर समस्या है। रेलवे को इस समस्या से निपटने के लिए ठोस योजना बनानी चाहिए। इसमें तकनीकी सुधारों के साथ-साथ यात्रियों के लिए अधिक कुशल और विश्वसनीय सूचना प्रणाली को शामिल करना होगा। वैकल्पिक यात्रा व्यवस्था करना और समय पर जानकारी प्रदान करना भी बहुत जरूरी है।

टेकअवे पॉइंट्स:

  • भारतीय रेलवे ने घने कोहरे के कारण कई ट्रेनों को रद्द या आंशिक रूप से रद्द किया है।
  • यह रद्दीकरण 1 दिसंबर से 28 फरवरी तक प्रभावी है।
  • कई ट्रेनें पूरी तरह से रद्द कर दी गई हैं जबकि कुछ ट्रेनें केवल सप्ताह के कुछ ही दिन चलेंगी।
  • कुछ ट्रेनों का आंशिक रूप से रद्द किया गया है।
  • रेलवे को यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने और प्रभावी ढंग से सूचित करने की जरूरत है।