साइबर ठगी का शिकार हुआ गुजरात का बुजुर्ग, 1.29 करोड़ रुपये हुए ट्रांसफर!
क्या आप जानते हैं कि कैसे एक फेसबुक दोस्ती साइबर अपराधियों के जाल में फँसा सकती है? एक रिटायर्ड कर्मचारी के साथ हुई इस दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को चौंका दिया है। गुजरात के अहमदाबाद में रहने वाले इस 65 वर्षीय बुजुर्ग को साइबर ठगों ने 1.29 करोड़ रुपये से ठग लिया। आइए, जानते हैं इस हैरान करने वाली घटना की पूरी कहानी।
फेसबुक दोस्ती से शुरू हुआ खेल
यह सब शुरू हुआ एक फेसबुक दोस्ती से। अक्टूबर 2023 में, बुजुर्ग की फेसबुक आईडी पर "निशा विलियम्स" नाम से एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। बुजुर्ग ने रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली और निशा से बातचीत शुरू हो गई। धीरे-धीरे बातचीत व्हाट्सएप पर आ गई। निशा ने खुद को लंदन की रहने वाली बताया और कहा कि उसके माता-पिता राजस्थान में रहते हैं। वह जल्द ही राजस्थान आने वाली थी। मार्च 2024 में, उसने बताया कि उसे भारत आने का वीजा मिल गया है।
दिल्ली एयरपोर्ट से आया डरावना फोन
एक दिन, बुजुर्ग को एक अज्ञात नंबर से फोन आया, जिसमें फोन करने वाले ने खुद को दिल्ली एयरपोर्ट का अधिकारी बताया। उसने कहा कि निशा विलियम्स को 80,000 ब्रिटिश पाउंड लेकर आते हुए गिरफ्तार कर लिया गया है और यह पैसा बुजुर्ग के नाम पर है। उसने यह भी कहा कि बुजुर्ग के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग का केस दर्ज किया जा रहा है। यह सुनकर बुजुर्ग डर के मारे बैचेन हो गए।
ठगों ने रची साज़िश, बुजुर्ग को किया चूना
डर के मारे, बुजुर्ग ने ठगों के कहने पर 80,000 ब्रिटिश पाउंड से दोगुनी रकम अपने बैंक अकाउंट से ट्रांसफर कर दी। ठगों ने उसे विश्वास दिलाया कि पैसा ट्रांसफर करने के बाद उन्हें नया अकाउंट दिया जाएगा। इसके लिए उन्होंने बुजुर्ग से आधार कार्ड, पैन कार्ड, ईमेल आईडी और बैंक अकाउंट डिटेल मांगी। बुजुर्ग ने यह डिटेल भी दे दी।
कैसे बचें साइबर ठगी से?
इस घटना से हमें साइबर अपराधियों की चालाकी का पता चलता है। हमेशा अज्ञात कॉलर से सावधान रहें। कभी भी अनजान लोगों को अपनी व्यक्तिगत और बैंक जानकारी न दें। अपने सोशल मीडिया अकाउंट की गोपनीयता को लेकर सतर्क रहें। यदि आप किसी अनजाने नंबर से किसी ऐसे कॉल या संदेश से परेशान है जिसमें धनराशि की मांग की जा रही है, तो तुरंत पुलिस से सम्पर्क करें।
पुलिस ने दर्ज की FIR
अंत में, बुजुर्ग को एहसास हुआ कि उसके साथ ठगी हुई है। उसने आनंदनगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
साइबर ठगी से बचने के टिप्स:
- अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को प्राइवेट रखें: अपने फ्रेंड रिक्वेस्ट को carefully verify करें।
- अज्ञात नंबरों से सावधान रहें: अनजान नंबर से आने वाले कॉल उठाते समय संकोच न करें और संदिग्ध लगने पर तुरंत कॉल काट दें।
- अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें: कभी भी किसी को अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक अकाउंट नंबर आदि न दें।
- फिशिंग ईमेल से बचें: संदिग्ध ईमेल या SMS को न खोलें।
- अपने कंप्यूटर और मोबाइल को सुरक्षित रखें: अपने कंप्यूटर और मोबाइल पर reliable antivirus software इस्तेमाल करें।
- नियमित तौर पर अपने बैंक अकाउंट की जांच करें: अपने बैंक अकाउंट के लेनदेन पर नज़र रखें और किसी भी असामान्य गतिविधि पर तुरंत अपनी बैंक से संपर्क करें।
Take Away Points:
- साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं, इसलिए सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है।
- कभी भी किसी अनजान व्यक्ति को अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
- किसी भी संदिग्ध कॉल या ईमेल की जांच करने से पहले, ध्यान से सोचें।
- यदि आप किसी साइबर ठगी का शिकार हुए हैं तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें।