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हाथरस। आंगनबाड़ी केंद्र और सरकारी विद्यालयों में खामियां सुविधाओं के अभाव की बातें अक्सर सामने आती रहती हैं लेकिन हाथरस के मुरसान ब्लाक के गांव दर्शना का आंगनबाड़ी केंद्र इन दिनों चर्चाओं में आ गया है। यहां डीएम अर्चना वर्मा का बेटा अभिजित पढ़ने के लिए जो आता है। 17 माह का अभिजित अन्य बच्चों के साथ खूब घुलमिल कर रहता है। उन्हीं के साथ खाना भी खाता है।

अर्चना वर्मा, हाथरस की जिलाधिकारी, उत्तर प्रदेश की बस्ती जिले की रहने वाली हैं। उनके पिता दौलत राम वर्मा लखनऊ में डाक सहायक के पद पर कार्यरत रहे हैं। अर्चना वर्मा यूपी कैडर की 2014 बैच की अधिकारी हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा लखनऊ के पायनियर मान्टेसरी इंटर कॉलेज से हुई थी। इसके बाद कमला नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी, सुल्तानपुर से उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की।

इंजीनियरिंग करने के बाद उनका चयन यूपी राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड में असिस्टेंट इंजीनियर के पद पर हुआ। वर्ष 2013 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी और उनका सेलेक्शन हो गया। अर्चना वर्मा ने यूपीएससी की सिविल सर्विसेज परीक्षा में 73वां स्थान हासिल किया थाङ.

अर्चना वर्मा ने हाल ही में अपने 17 महीने के बेटे का आंगनवाड़ी केंद्र में दाखिला कराया है। इससे उनका बेटा सामान्य वर्ग के छात्रों के साथ खेलता और पढ़ता है। इस प्रकार के कदम ने प्रारंभिक शिक्षा के केंद्र की व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में कदम के रूप में प्रस्तुत किया।