बुधवार को आर्थिक मामलों के संदर्भ में दिल्ली में हुई कैबिनेट समिट की बैठक में निर्णय लिया गया है की 2024-25 के लिए गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) 340 रुपये प्रति क्विंटल होगा। केंद्र सरकार गन्ने की एफआरपी में 8 फ़ीसदी का इज़ाफ़ा किया है। नई एफआरपी अक्टूबर 2024 से लागू की जाएगी।
केंद्र सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए- केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा- पीएम मोदी ने किसानों के मुद्दे को हमेशा महत्व दिया है। किसानों को आर्थिक सहायता मिले इसके लिए मोदी सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। भारत में गन्ना किसानों को अन्य देशों की तुलना में उनकी फसल पर सबसे ज़्यादा दाम मिलता है। वही अब नई एफ़आरपी गन्ना किसानों को आर्थिक मजबूती प्रदान करेंगी।
बता दें रिकवरी में हर 0.1% की वृद्धि के साथ किसानों को 3.32 रुपये की अतिरिक्त क़ीमत मिलेगी। वहीं रिकवरी में 0.1% की कमी पर इतने रुपये काट लिये जाएंगे. हालांकि 315.10 रुपये प्रति क्विंटल न्यूनतम कीमत है जो मिलेगी ही और न्यूनतम रिकवरी रेट 9.5 फ़ीसदी है।