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किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की बिगड़ती हालत: 42 दिनों का अनशन और स्वास्थ्य संकट

क्या आप जानते हैं कि किसानों के हक़ के लिए 42 दिनों से अनशन पर बैठे एक नेता की हालत लगातार बिगड़ रही है? 70 वर्षीय जगजीत सिंह डल्लेवाल की जान अब खतरे में है! उनका ब्लड प्रेशर 80/56 तक गिर गया है और लगातार उतार-चढ़ाव जारी है। यह ख़बर आपके दिल को झकझोर कर रख देगी! आइए, जानते हैं पूरी कहानी और इस संघर्ष के पीछे का सच।

डल्लेवाल की बिगड़ती सेहत और मेडिकल सहायता का इनकार

डॉक्टरों के अनुसार, डल्लेवाल की हालत बेहद नाज़ुक है। उनका ब्लड प्रेशर अनियमित है और लगातार गिर रहा है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एक पैनल ने उनसे मेडिकल सहायता लेने की अपील की, लेकिन उन्होंने पंजाब सरकार की ओर से मिल रही मेडिकल सहायता लेने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि किसानों के मुद्दे उनके लिए सबसे ज़रूरी हैं, और वे अपनी सेहत से ज़्यादा किसानों की भलाई चाहते हैं। यह दृढ़ता वाकई काबिले तारीफ़ है, लेकिन क्या यह उनकी जान पर भारी न पड़ जाए?

42 दिनों का अनशन: किसानों की मांगें और संघर्ष की दास्तां

डल्लेवाल 26 नवंबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। उनकी मांग है कि सरकार किसानों को फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) दे। यह मांग, कई अन्य ज़रूरी मांगों के साथ, पंजाब और हरियाणा के किसानों के एक बड़े आंदोलन का हिस्सा है। यह आंदोलन खरौनी बॉर्डर पर जारी है, और किसानों की दृढ़ता देखते हुए लगता है कि यह जल्दी खत्म होने वाला नहीं है। क्या सरकार इस मुद्दे पर ध्यान देगी और किसानों को न्याय मिलेगा?

सुप्रीम कोर्ट और पंजाब सरकार की भूमिका

सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को निर्देश दिया था कि वह डल्लेवाल को मेडिकल सहायता प्रदान करे। पंजाब सरकार ने भी कई बार डल्लेवाल से संपर्क किया, लेकिन वे अपनी ज़िद पर अड़े रहे। एक हाई लेवल कमेटी ने भी उनसे मिलकर मेडिकल सहायता लेने का आग्रह किया, लेकिन वे अपनी मांगों पर डटे हुए हैं। क्या सुप्रीम कोर्ट और पंजाब सरकार को इस संकट से निपटने के लिए कोई और कदम उठाने चाहिए? क्या उन्हें डल्लेवाल की जिद को समझना चाहिए या फिर उन्हें मेडिकल मदद देने के लिए और अधिक कठोर कदम उठाने चाहिए?

राष्ट्रपति से मुलाक़ात की गुज़ारिश

किसान संगठनों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाक़ात की गुज़ारिश की थी। हालाँकि, उन्हें 31 दिसंबर को सूचित किया गया कि राष्ट्रपति समय की कमी के कारण मुलाक़ात नहीं कर पाएंगी। हालाँकि, किसान संगठनों ने राष्ट्रपति से फिर से मुलाक़ात करने की अपील की है ताकि वे अपनी मांगों को रख सकें और डल्लेवाल के स्वास्थ्य संकट के बारे में उन्हें अवगत करा सकें। क्या राष्ट्रपति किसानों की समस्याओं पर ध्यान देंगी?

टेक अवे पॉइंट्स

  • किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत गंभीर है।
  • 42 दिनों से अनशन पर हैं, MSP समेत कई मांगों को लेकर।
  • सुप्रीम कोर्ट और पंजाब सरकार ने मेडिकल सहायता की पेशकश की है, लेकिन डल्लेवाल ने इनकार कर दिया।
  • किसान संगठनों ने राष्ट्रपति से मुलाक़ात की मांग की है।
  • डल्लेवाल का संघर्ष और उनकी दृढ़ता काबिले तारीफ़ है, लेकिन यह उनकी जान पर भारी पड़ सकती है।