देश: लोग अब धन कमाने की लालसा में स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने से पूर्व एक बार भी विचार नहीं करते हैं। लोगों को लगता है कि वह खाने पीने के सामान के साथ कोई भी एक्सपेरिमेंट करेंगे तो उससे हमारे स्वास्थ्य पर प्रभाव नहीं पड़ेगा। लेकिन उनकी यह लापरवाही कई लोगों के लिए जान मान का खतरा बन जाती है।
वहीं अब राजस्थान से एक मामले का खुलासा हुआ है। कब्ज की दवाई से बीते कई महीनों से दूध और पनीर का निर्माण किया जा रहा था। यह काम 5 साल से अलवर जिले में हो रहा था।
वहीं मिलावट का दूध और पनीर करीब 12 लाख लोगों तक पहुंचाया गया। वहीं सबसे अधिक ताज्जुब की बात यह थी कि कई शोध के बाद भी इस मिलावट का खुलासा नहीं हो पा रहा था।
समाचार पत्र भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक- जब टीम ने इस मामले की शक के आधार पर जांच की तो पता चला की लोग 5 साल से कब्ज की दवा से दूध और पनीर बनाकर राजस्थान में सप्लाई कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक एक लीटर दूध से 10 लीटर नकली दूध का निर्माण किया जा रहा था। इसने डिटर्जेंट, पाम ऑयल, सोबरिटोल का इस्तेमाल होता था। यह दूध 55 से 60 रुपये प्रति किलोग्राम बिकता था।