Mahadev App Case: 7 नवम्बर यानी कल से छत्तीसगढ़ में मतदान आरम्भ हो जाएगा। एक तरफ जहाँ प्रथम चरण का मतदान होगा वही दूसरी तरफ दूसरे चरण के मतदान वाले इलाके में सभी दल जनता को लुभाने के लिए जनता से सम्पर्क साधने का हर संभव प्रयास करेंगे। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है। बीजेपी छत्तीसगढ़ में अपना आदिपत्य स्थापित करना चाहती है। चुनाव से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ईडी के जुंगल में फसे हुए हैं। महादेव ऐप उफान पर है। कांग्रेस नेताओं का दावा है बीजेपी हार के भय से सरकारी एजेंसियों का अनैतिक तरीके से उपयोग कर रही है और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की छवि धूमिक करने की कवायद में जुटी हुई है। वही अब इस कड़ी में असम के मुखिया हिमंत बिस्वा सरमा ने भूपेश बघेल पर जमकर हमला बोला और महादेव ऐप मामले को इंगित करते हुए बघेल को लताड़ लगाई और मसले को धार्मिक रंग में रंगने का हर संभव प्रयास किया।
क्या बोले हिमंत बिस्वा सरमा :
हिमंत बिस्वा सरमा ने एक सभा को सम्बोधित करते हुए कहा- आज माँ कामाख्या का हृदय रो रहा है। कांग्रेस ने भगवान को भी नहीं छोड़ा। उन्होंने महादेव के नाम पर ठगी की। पैसे की लूट के लिए कोई महादेव के नाम का उपयोग कैसे कर सकता है। ऐसे लोगों को माँ कामाख्या कभी माफ़ नहीं करेंगी। किसी ने नहीं सोचा था कि कोई महादेव के नाम पर एक एप बनाएगा और जमकर लूट मचाएगा। माँ कामख्या का आज हृदय रो रहा होगा। कमाख्या देवी पार्वती का स्वरुप हैं। पार्वती शिव की पत्नी है। आज उनका मन दुखी होगा
उन्होंने आगे कहा – भूपेश बघेल कहते हैं वह पुनः मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन मैं एक बात जानता हूँ आप सीएम बनें या ना बनें आप सरकार के मेहमान जरूर बनेंगे। आपने एक दो रूपये नहीं बल्कि महादेव के नाम पर पूरे 508 करोड़ लूट लिए हैं। आप चाहते तो एप का नाम अन्य कुछ भी रख सकते थे। लेकिन आपने लूट के लिए महादेव का नाम चुना। बघेल ने जनता को ठगा है। उन्होंने गंगा माँ की कसम खाई थी कि वह शराब पर प्रतिबंध लगाएंगे। लेकिन उन्होंने शराब की होमडिलीवरी शुरू करवा दी। मैं अकबर, बाबर और औरंगजेब के खिलाफ बोलता हूँ तो कांग्रेस के शरीर में आग लग जाती है। यह लोग चुनाव आयोग से मेरी शिकायत करते हैं। लेकिन जब मैं बघेल के खिलाफ बोल रहा हूँ तो यह मौन हैं। उनकी चुप्पी सबूत है इस बात का कि उनको अकबर, बाबर और औरंगजेब से अत्यधिक प्रेम है।
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