निठारी कांड: सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, क्या मिलेगा न्याय?
क्या आप जानते हैं निठारी कांड के बारे में? इस सनसनीखेज मामले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। 2006 में नोएडा के निठारी गांव में हुए इस सीरियल किलिंग ने लोगों में दहशत और गुस्से का माहौल पैदा कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट अब इस मामले में फिर से सुनवाई करने जा रहा है, और यह सुनवाई बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे कई लोगों की उम्मीदें जुड़ी हैं। क्या इस सुनवाई के बाद पीड़ितों के परिवारों को न्याय मिलेगा? आइए, इस मामले की पूरी जानकारी और अब तक की घटनाओं पर गौर करते हैं।
सुरेंद्र कोली का मामला: इकबालिया बयान और सबूतों की कमी
सुरेंद्र कोली, इस कांड का मुख्य आरोपी, 2023 में इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा बरी कर दिया गया था। हाई कोर्ट का कहना था कि अभियोजन पक्ष कोली के खिलाफ 'उचित संदेह से परे' अपना पक्ष साबित करने में विफल रहा। हाई कोर्ट ने यह भी कहा कि मामले की जांच बहुत खराब तरीके से की गई थी। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट कोली को बरी किए जाने के खिलाफ दायर याचिकाओं पर 25 मार्च को सुनवाई करेगा। कोली के वकील का तर्क है कि उनके मुवक्किल के खिलाफ मुख्य सबूत एक इकबालिया बयान है, जिसे कई दिनों बाद पुलिस हिरासत में दर्ज किया गया था, जो सवालों के घेरे में है। यह बहस भी उठती है कि क्या इतना कम सबूत के आधार पर इस तरह के भीषण हत्याकांड का अपराधी व्यक्ति को मुक्त करने के फैसले को सही माना जा सकता है।
मौत की सजा और आजीवन कारावास की सजा में परिवर्तन
सुरेंद्र कोली को 2010 में निचली अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। यह सजा कई हत्याओं और बलात्कारों के अपराध में सुनाई गई थी। लेकिन इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उसे मौत की सजा से बरी कर दिया। इसके साथ ही अन्य आरोपी मोनिंदर सिंह पंढेर को भी हाई कोर्ट ने बरी कर दिया था। हाई कोर्ट के फैसले ने बहुत सवालों को जन्म दिया। क्या हाई कोर्ट का निर्णय न्यायिक प्रणाली में आने वाली समस्याओं को प्रदर्शित करता है या उस समय की जांच में चूक के कारण यह सब हुआ?
निठारी गांव में हुई घटनाएं और उसका पर्दाफाश
2006 में नोएडा के पास निठारी गांव में स्थित मोनिंदर सिंह पंढेर के घर से पीछे की तरफ स्थित एक नाले से मिले बच्चों के कंकाल ने इस कांड का पर्दाफाश किया था। बाद में इसी इलाके में और भी कई कंकाल मिले थे। यह घटनाएं भयानक थी, जिसने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया। क्या इस मामले से जुड़ी कमजोरियों को आने वाले समय में सुधारा जायेगा? क्या पुलिस और न्यायिक तंत्र में सुधार किए जाएंगे?
आगे क्या होगा: सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई
अब सुप्रीम कोर्ट इस मामले की पुन: सुनवाई करेगा। इस सुनवाई के लिए 25 मार्च की तारीख तय की गयी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में क्या फैसला देता है। यह फैसला न केवल पीड़ितों के परिवारों बल्कि पूरे देश के लिए बहुत महत्व रखता है। क्या सुप्रीम कोर्ट ऐसा फैसला सुनाएगा, जो इस कांड के पीड़ितों को इंसाफ़ दिलाए और भविष्य में ऐसे अपराधों को रोकने के लिए प्रणाली में आवश्यक बदलाव लाएगा? क्या पुलिस को मिली नाकामी और अदालती निर्णय में मौजूद खामियों को सुधारने पर काम किया जायेगा?
टेक अवे पॉइंट्स:
- निठारी कांड एक बेहद ही दर्दनाक और भयावह घटना है जिसने समाज को हिलाकर रख दिया।
- सुरेंद्र कोली को हाई कोर्ट से मिली बरी का फैसला बहुत विवादास्पद है।
- सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई इस मामले में न्याय की उम्मीद जगा रही है।
- इस कांड ने न्यायिक व्यवस्था और जांच में खामियों पर सवाल खड़ा किया है।
- इस मामले का निष्कर्ष न्याय की व्यवस्था और पुलिस की जांच क्षमता को मजबूत करने का अवसर है।