विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 21 से 23 जून तक अमेरिका की पहली आधिकारिक यात्रा द्विपक्षीय संबंधों के लिए मील का पत्थर होगी। विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने राजकीय यात्रा के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए कहा, यह दोनों देशों के बीच संबंधों के लिए एक मील का पत्थर है।
क्वात्रा ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान जिन प्रमुख मुद्दों पर बातचीत होगी, उनमें से एक द्विपक्षीय रक्षा सहयोग होगा।
विदेश सचिव ने कहा कि दूसरा प्रमुख मुद्दा भारत-अमेरिका के बीच मजबूत व्यापार व निवेश साझेदारी है और तीसरा मुद्दा प्रौद्योगिकी, दूरसंचार, अंतरिक्ष, विनिर्माण और निवेश जैसे कई अन्य डोमेन के साथ इंटरफेस करता है।
विदेश सचिव ने आगे कहा कि वाशिंगटन डीसी में अपने आगमन के पहले दिन प्रधानमंत्री की पहली महत्वपूर्ण व्यस्तता एक ऐसी घटना होगी, जो भविष्य के लिए काफी अहम है। यह महत्वपूर्ण और उन उद्देश्यों को सामने लाने की कोशिश करेगी, जिन्हें दोनों देश बढ़ावा देना और हासिल करना चाहते हैं।
विदेश सचिव ने आगे कहा, 22 जून को व्हाइट हाउस में औपचारिक स्वागत, द्विपक्षीय बैठकें, अमेरिकी कांग्रेस में प्रधानमंत्री का संबोधन और औपचारिक रात्रिभोज आदि का कार्यक्रम होगा।
पीएम मोदी की मिस्र यात्रा पर क्वात्रा ने कहा कि उत्तरी अफ्रीकी देश की उनकी राजकीय यात्रा 24-25 जून के बीच होगी। यह प्रधानमंत्री की मिस्र की पहली यात्रा होगी और 1997 के बाद से किसी भारतीय पीएम की मिस्र की पहली आधिकारिक द्विपक्षीय यात्रा होगी।