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Ram Mandir Inauguration: 22 जनवरी का दिन हिन्दुओं के लिए गर्व का दिन है। क्योंकि 500 वर्ष की तपस्या के बाद प्रभु श्री राम तिरपाल से निकलकर मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं। इस दिन राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। अयोध्या में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। सत्तापक्ष और विपक्ष के नेताओं को राम लला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया। गर्भ गृह में पीएम मोदी, योगी आदित्यनाथ उपस्थित रहेंगे। वही प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम मे आमंत्रित न किये जाने पर कुछ राजनीतिक दल हंगामा कर रहे हैं। उनका कहना है प्राण प्रतिष्ठा एक राजनीतिक कार्यक्रम बन गया है। राम किसी एक विशेष पार्टी के नहीं है की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में उनको ही बुलाया जाए। वही अब राजनीतिक दलों के आरोपों पर अपना पक्ष रखते हुए विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के अतंरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने बड़ा बयाना दिया और कहा जिस तरह की बातें सामने आ रही हैं उनका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है।

विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के अतंरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा- राम सभी के हैं उनका संबंध किसी एक दल से नहीं है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम देश के लिए गर्व का आयोजन है। हमने विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, अधीर रंजन को कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण दिया है। इसके साथ ही विपक्ष के कई अन्य नेता भी राम लला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने हेतु आमंत्रित किये गए हैं। राम राजनीति से परे हैं। राम पूरे देश के हैं। जब हम विपक्ष के नेताओं को आमंत्रित कर सकते हैं तो पीएम को क्यों नहीं। हम सबकी इच्छा है विपक्ष के नेताओं को राम लला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होना चाहिए हम सब उनका आदर सत्कार करेंगे। क्योंकि यह दिन देश के लिए बड़ा दिन है।

क्या प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होगा विपक्ष:

विपक्ष के तौर पर सभी की नजरें कांग्रेस पर टिकी हुई हैं। राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन को निमंत्रण दिया गया है। अभी तक उनकी तरफ से इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है कि वह कार्यक्रम में शामिल होंगे या नहीं। हालाकि कुछ जानकारों का दावा है कांग्रेस अपने हाथ से ये मौका जाने नहीं देगी। वह राम लला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होकर अपनी हिंदुत्व छवि गढ़ने का प्रयास करेंगे और यूपी में स्वयं को स्थापित करने की दिशा में कदम बढ़ाएंगे।