तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी ने किया समलैंगिक विवाह का समर्थन

प्यार का कोई धर्म, जाति या पंथ नहीं होता- अभिषेक बनर्जी

हर किसी को प्यार करने का अधिकार है. हर किसी को अपना जीवनसाथी चुनने का अधिकार है, चाहे वह पुरुष हो या महिला

हर किसी को अपना जीवनसाथी चुनने का अधिकार

समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

केंद्र सरकार ने इसे शहरी एलीट विचार कहा