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Uyghur Genocide: चीन के उइगर मुस्लिम समुदाय के साथ चल रहे अत्याचार की खबरें विश्व भर में चर्चा का विषय बन चुकी हैं। चीन के अत्याचारों के कई साक्ष्य मौजूद हैं, जिन्हें वीडियोग्राफी के माध्यम से लोगों के सामने प्रस्तुत किया गया है। इस पर, अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन (मानवाधिकार समूह) ने चीन पर एक्शन लेने की मांग की है। उइगर मानवाधिकार नेताओं ने चीन के द्वारा पूर्वी तुर्किस्तान क्षेत्र में उइगर, कजाख, किर्गिज और अन्य तुर्क समूहों के खिलाफ किए जा रहे नरसंहार और अपराधों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

चीन के अत्याचारों की विवरण

  1. नरसंहार और अत्याचार:
    चीन द्वारा किए जा रहे अत्याचारों में जबरन नजरबंदी, जबरन मजदूरी और सरकारी फैसिलिटी में बंद किए जाने वाले लाखों तुर्क मुस्लिम बच्चों की संख्या शामिल है।
  2. चीन का व्यापक अपराध:
    उइगर मानवाधिकार नेताओं और अन्य संगठनों के अनुसार, चीनी सरकार और चीनी सुरक्षा एजेंसियां पूर्वी तुर्किस्तान में अपना अधिकार बनाए रखने के लिए नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराधों का इस्तेमाल कर रही हैं।

ग्लोबल एक्शन की मांग

मानवाधिकार समूहों ने ग्लोबल स्तर पर चीन के खिलाफ एक्शन की मांग की है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने 22 अप्रैल 2023 को विश्व मानवाधिकार रिपोर्ट जारी की, जिसमें दुनियाभर में हो रहे मानवाधिकार अपराधों की जानकारी है। इसके अलावा, ‘ईस्ट तुर्किस्तान गवर्नमेंट इन एक्साइल’ (ईटीजीई) ने भी चीन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

अमेरिका और अन्य लोकतांत्रिक देशों से एक्शन की गुहार

ईटीजीई ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेष रूप से अग्रणी लोकतांत्रिक देश और अंतरराष्ट्रीय संगठन, सिर्फ निंदा करने के बजाय चीन पर दबाव डालने के लिए कदम उठाएं। चीन को पूर्वी तुर्किस्तान में चल रहे नरसंहार को समाप्त करने के लिए बाध्य किया जाए।