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देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस सत्ता वापसी की तैयारी में जुटी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी जनता से सीधा सम्पर्क साध रहे हैं। जानकारों का कहना है कि राहुल गांधी ने जनता के बीच कांग्रेस की सकारात्मक छवि गढ़ी हो या नहीं लेकिन वह स्वयं छवि गढ़ने में सफल हुए हैं। जमीनी स्तर पर राहुल की लोकप्रियता काफी बढ़ी है। हालाकि मोदी की तुलना में राहुल गांधी अभी काफी पीछे हैं। कांग्रेस अपनी पार्टी में जान डालने का हर सम्भव प्रयास कर रही है लेकिन इतनी कोशिशों के बाद भी कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अनुमान लगाया जा रहा है आगामी समय में कांग्रेस दिवालिया हो सकती है। क्योंकि 29 मार्च, 2024 को ही कांग्रेस पार्टी को इनकम टैक्स विभाग की तरफ से 1823 करोड़ रुपए के भुगतान का नोटिस भेजा गया था जो पार्टी की कुल संपत्ति का लगभग दोगुना है। अब ऐसे में यदि कांग्रेस सारा पैसा भर देती है तो एक तरह से पार्टी भिखारी हो जाएगी।

जानें क्या है नोटिस:

अप्रैल 2019 के इनकम टैक्स सर्च के दौरान पता चला कि कांग्रेस पार्टी ने मेघा इंजीनियरिंग और कमलनाथ के जरिए करोड़ों का कैश प्राप्त किया था। मेघा इंजीनियरिंग ने ये कैश ठेकों के लिए दिया था, जबकि कमलनाथ से मिला कैश एक बड़े कथित भ्रष्टाचार घोटाले का था। घोटाले की पुष्टि आयकर विभाग ने कई दस्तावेज के माध्यम से की है।

आयकर विभाग एक्ट की धारा 13ए, कुछ शर्तों के तहत राजनीतिक दलों को इनकम में छूट देती है। कांग्रेस ने इसे भी नहीं माना जिसके चलते उनको टैक्स में किसी प्रकार की कोई छूट नहीं मिली।

अगर आकड़े की बात करे तो कांग्रेस वर्तमान में लगभग 657 करोड़ रुपये का कोष, 388 करोड़ रुपये की नकदी और 340 करोड़ रुपये की शुद्ध संपत्ति है। पार्टी के पास वर्तमान में लगभग 1,430 करोड़ रुपये हैं। वही कांग्रेस पार्टी को इनकम टैक्स विभाग की तरफ से 1823 करोड़ रुपए के भुगतान का नोटिस भेजा गया है जो उनकी कुल संपत्ति से अधिक है।

कब भेजा जाता है नोटिस:

अगर कोई भी व्यक्ति अगर अपने खाते से 10 लाख से ज्यादा का ट्रांजैक्शन करता है और इस रकम की जानकारी अपने आईटीआर में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को नहीं देता है तो ऐसी परिस्थिति में आईटीआर डिपार्टमेंट की तरफ से आपको नोटिस भेजा जा सकता है।