Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव आने में कुछ दिन शेष बचे हैं। सत्तापक्ष दावा कर रहा है जनता ने विपक्ष की नीतियों को नकार बीजेपी की विकास नीति पर विश्वास जताया है। पीएम मोदी तीसरे टर्म में देश का नेतृत्व करने वाले हैं। विपक्षी दलों में इस्तीफे का दौर शुरू हो गया है। सियासी गलियारों में खबर आ रही है की जल्द ही कांग्रेस के बड़े नेता कमलनाथ बीजेपी परिवार में शामिल हो सकते हैं। वही यूपी में समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने पार्टी महासचिव के पद से इस्तीफ़ा दे दिया। स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा- उनके साथ पार्टी में भेदवाव होता था और शीर्ष नेतृत्व उसपर मौन था। लेकिन अब इस बीच एक बड़े मुस्लिम नेता ने अखिलेश की नीतियों पर सवाल उठाते हुए पार्टी को अलविदा कह दिया है।
जानें किस मुस्लिम नेता ने सपा को कहा अलविदा:
सलीम शेरवानी ने समाजवादी पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा दिया है। उनका कहना है सपा में मुसलमान को सम्मान नहीं मिल रहा है। पार्टी ने किसी भी मुसलमान को राज्य सभा का टिकट नहीं दिया। यह वास्तव में अनैतिक है पार्टी मेरे नाम पर विचार न करती यह स्वीकार था। लेकिन किसी भी मुसलमान के नाम पर विचार नहीं किया गया यह गलत है।
यूपी में मुसलमान के साथ जो व्यवहार हो रहा है। वह अनैतिक है। मुसलामन ने सदैव सम्मान के साथ जीने के अलावा कुछ नहीं मांगा। लेकिन उसे यह भी नहीं मिल रहा। मुझे मालूम है मैं अपने समाज के हितार्थ समाजवादी पार्टी में रहकर कुछ नहीं कर सकता। इसलिए पार्टी से इस्तीफ़ा दे रहा हूँ। भविष्य कहां ले जाएगा इसका खुलासा जल्द ही होगा।
वही विपक्षी गठबंधन को इंगित करते हुए सलीम शेरवानी बोले- यह बेईमानी लगता है। एकजुटता का अभाव दिखता है। ऐसा लगता है कोई इसे लेकर गंभीर नहीं है। सब जबरन है। आप सत्तापक्ष से लड़ने से अधिक स्वयं से लड़ रहे हैं।
जानकारी के लिए बता दें सलीम शेरवानी पूर्व पीएम राजीव गांधी के करीबी रहे हैं। वह बदायूं लोकसभा सीट से पांच बार के सांसद रह चुके हैं। वह चार बार सपा के टिकट पर चुनाव जीते, जबकि पहली बार कांग्रेस के टिकट पर सांसद बने थे।