Smriti Irani: बीते दिन राजनीति में बड़ा ट्वीस्ट आया। स्मृति ईरानी जिनकी लोकप्रियता राहुल गांधी के सामने चुनाव लड़ने को लेकर थी उसपर ब्रेक लग गया। सभी अनुमानों को ध्वस्त करते हुए राहुल गांधी ने अमेठी से चुनाव न लड़ने का फैसला करते हुए रायबरेली से अपना नामांकन किया। अमेठी से कांग्रेस ने अपने करीबी किशोरी लाल शर्मा को मैदान में उतारा है। कांग्रेस के इस निर्णय पर घमासान छिड़ गया है। बीजेपी नेताओं का दावा है की राहुल गांधी को हार का भय था। भयभीत होकर राहुल गांधी ने अमेठी छोड़ दी है। अमेठी में कांग्रेस की हार पक्की है।
लेकिन इस सबके एक बात जो साफ़ दिख रही है वह है कांग्रेस की चर्चा। राहुल के रायबरेली जाने पर मुहर लगते है सोशल मीडिया से लेकर बीजेपी आईटी सेल में राहुल गांधी और कांग्रेस की चर्चा शुरू हो गई। भले ही लोग राहुल की नीति को नकार रहे हैं लेकिन सोशल मीडिया से यह स्पष्ट है की कांग्रेस अपने मकसद में सफल हो गई है और हर तरफ अपनी लोकप्रियता को सिद्ध करने में सफल हुई है।
चर्चा से कांग्रेस को कितना लाभ:
जिस तरह आज सोशल मीडिया पर कांग्रेस की चर्चा हो रही है। अलग-अलग मीडिया संस्थान अमेठी की जनता का मूड बता रहे हैं। स्मृति ईरानी के प्रति जनता का रोष दिख रहा है और इस बीच अचानक से राहुल का चर्चा में आना जनता के मूड पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा। कहीं न कहीं राहुल की यह नीति उनके प्रति लोगों का सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने में सफल रही है और कहीं न कहीं इससे कांग्रेस के वोट बैंक में मजबूती आएगी।