Chirag Paswan : 18 जुलाई को दिल्ली में एनडीए की बैठक होगी, बीजेपी ने बैठक में शामिल होने के लिए चिराग पासवान को आमंत्रित किया। लेकिन चिराग ने बीजेपी की समस्या को बढ़ा दिया। अविभाजित लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने 2019 के लोकसभा चुनावों में जीतीं 6 लोकसभा सीटों और एक राज्यसभा सीट को मांगा है। यह पहले पार्टी संस्थापक राम विलास पासवान की थीं।
सूत्रों के मुताबिक़ चिराग पासवान कोई समझौता करने को तैयार नहीं हैं। वह अपनी पारम्परिक सींटो पर अपनी दावेदारी चाहते हैं। चिराग ने यह निर्णय पार्टी के कई नेताओं के साथ बातची करके लिया है। हालाकि बीजेपी के नेताओं का कहना है चिराग की मांग पर जो भी निर्णय आएगा वह आलाकमान का होगा। इसपर चर्चा 18 जुलाई की बैठक में की जाएगी।
जानकारी के लिए बता दें वर्तमान समय में चिराग की पार्टी एलजीपी के दो गुट हैं एक तरह चिराग की पार्टी तो दूसरी तरफ उनके चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) है। बीजेपी दोनों के मध्य के मतभेद को सुलझाना चाहती है। मीडिया का कहना की केंद्रीय मंत्री नित्यानंद ने चिराग और पारस दोनों से मुलाकत कर मतभेद मिटाने की बात की है।