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महाराष्ट्र में कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सोमवार को एलआईसी के ठाणे कार्यालय और अन्य जगहों पर शोर-शराबे के साथ विरोध प्रदर्शन किया और संकटग्रस्त अडानी समूह से संबंधित उसके निवेश की जांच की मांग की। राज्य के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री आरिफ नसीम खान के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने कहा कि देश के आम लोगों ने अपनी गाढ़ी कमाई को भारतीय जीवन बीमा निगम, भारतीय स्टेट बैंक और अन्य बैंकों या वित्तीय संस्थानों में निवेश किया है।

प्रदर्शन में खान की मांग- केंद्र सरकार के दबाव के कारण ही सारा सार्वजनिक पैसा एलआईसी और अन्य वित्तीय संस्थानों द्वारा अडानी समूह में फिर से निवेश किया गया था। इसकी संयुक्त संसदीय समिति द्वारा जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले पखवाड़े हिंडनबर्ग रिसर्च की हालिया रिपोर्ट ने अडानी समूह द्वारा किए गए कदाचार को उजागर किया है जिससे देश की बदनामी हुई है।

खान ने विक्रांत चव्हाण और मनोज शिंदे जैसे नेताओं के साथ केंद्र पर जमकर हमला बोला और खुलासे को ध्यान में रखते हुए केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार से अडानी समूह की सभी कंपनियों की गहन जांच के लिए संसदीय आयोग गठित करने और सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आह्वान किया। राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के निर्देशानुसार, कांग्रेस आंदोलन कार्यक्रम के तहत पूरे महाराष्ट्र में एलआईसी और एसबीआई के सभी कार्यालयों के बाहर इसी तरह के प्रदर्शन किए गए।