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झारखंड विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की तैयारियाँ जोरों पर हैं। हाल ही में असम के मुख्यमंत्री और झारखंड चुनाव के लिए भाजपा के सह-प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने गठबंधन के सीट बँटवारे की घोषणा की जिसमे भाजपा के अलावा अन्य दलों को भी सीटें आवंटित की गयी हैं। यह घोषणा विभिन्न दलों के बीच हुई कई दौर की बातचीत के बाद आई है, और यह चुनावी समीकरणों में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। यह लेख झारखंड विधानसभा चुनावों में NDA के सीट बँटवारे और इसके राजनैतिक प्रभावों पर विस्तृत जानकारी प्रदान करता है।

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024: NDA का सीट बँटवारा

प्रमुख घटक दलों के लिए सीटें

हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, NDA में शामिल प्रमुख घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा इस प्रकार हुआ है: भाजपा को 68 सीटें, आजसू पार्टी को 10 सीटें, जनता दल (यूनाइटेड) को 2 सीटें और लोजपा (रामविलास) को 1 सीट आवंटित की गई है। यह सीट बँटवारा लगभग अंतिम रूप से तय माना जा रहा है, हालाँकि भाजपा ने आगे चलकर कुछ बदलाव की संभावना को भी नकारा नहीं है। यह सीट बंटवारा NDA के भीतर विभिन्न दलों के आपसी तालमेल और प्रभाव को दर्शाता है। ख़ास तौर पर आजसू पार्टी को मिली 10 सीटें, आदिवासी बहुल क्षेत्रों में पार्टी के प्रभाव को दर्शाती है।

भाजपा की रणनीति और प्रतिक्रिया

भाजपा के लिए ये चुनाव बेहद अहम हैं। भाजपा द्वारा 68 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला पार्टी के राज्य में दबदबे और जीत की आशाओं को प्रदर्शित करता है। हालाँकि, अन्य दलों द्वारा अपनी रणनीति का खुलासा ना किये जाने पर भाजपा ने ‘wait and watch’ की नीति अपनाने का संकेत दिया है। इससे साफ है की भाजपा विपक्षी दलों की चालों पर नज़र रखते हुए अपनी रणनीति में आवश्यक बदलाव करने के लिए तैयार है। यह रणनीति, राजनीतिक परिवेश में लचीलापन बनाए रखने के लिए एक सोची-समझी रणनीति है।

विपक्षी दलों का रवैया और चुनावी समीकरण

झारखंड में विपक्षी दल, खासकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने अभी तक अपनी सीट बंटवारे की योजनाओं का खुलासा नहीं किया है। यह अस्पष्टता चुनावी समीकरणों को और जटिल बना रही है। यह देखा जाना बाकी है कि विपक्षी दल NDA के सीट बँटवारे की घोषणा का जवाब कैसे देते हैं और क्या यह उनके रणनीति में बदलाव लाएगा। विपक्षी दलों के रुख से चुनाव में कांटे की टक्कर होने की संभावना बनी हुई है। NDA के अंदरूनी तालमेल और विपक्षी दलों की रणनीतियों के साथ ही मतदाताओं के रुझान चुनाव परिणामों में निर्णायक भूमिका निभाएंगे।

चुनाव की तारीखें और NDA की तैयारी

झारखंड विधानसभा चुनाव दो चरणों में 13 नवंबर और 20 नवंबर को होंगे, जबकि मतगणना 23 नवंबर को होगी। NDA ने अपनी तैयारी को अंतिम रूप देने के लिए जुट गया है। गठबंधन ने विभिन्न स्तरों पर संगठनात्मक बैठकें शुरू कर दी हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव प्रचार के लिए तैयार किया जा रहा है और मतदाताओं तक पहुँचने के लिए व्यापक रणनीति बनाई जा रही है। यह एक अत्यंत महत्वाकांक्षी कार्य है जो गठबंधन की जीत की इच्छा को दर्शाता है। सीट बंटवारे के बाद, चुनाव प्रचार गति पकड़ेगा और राज्य में एक उमड़ती राजनीतिक गतिविधि देखी जा सकती है।

टेकअवे पॉइंट्स:

  • झारखंड में NDA ने सीटों का बंटवारा कर दिया है जिसमे भाजपा को 68, आजसू पार्टी को 10, जेडी(यू) को 2 और एलजेपी को 1 सीट मिली है।
  • भाजपा विपक्षी दलों की रणनीति का इंतजार कर रही है और अपनी रणनीति में बदलाव करने के लिए तैयार है।
  • विपक्षी दलों द्वारा अभी तक अपनी योजनाओं का खुलासा नहीं किया गया है जिससे चुनावी समीकरण और जटिल हो गए हैं।
  • NDA ने चुनाव के लिए अपनी तैयारियाँ शुरू कर दी हैं।