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ज्यादातर एग्जिट पोल में कर्नाटक में खंडित जनादेश की भविष्यवाणी के बाद दोनों प्रमुख दलों कांग्रेस और भाजपा ने सरकार गठन के लिए अंदर-खाने गुना-भाग शुरू कर दिया है। भाजपा नेताओं ने कहा कि अगर उन्हें बहुमत नहीं मिलता है तो वे कांग्रेस और जद (एस) के निर्वाचित विधायकों को तोड़ने की कोशिश करेंगे।

हालांकि कांग्रेस नेता बी.के. हरिप्रसाद ने  यह भी कहा, कांग्रेस कर्नाटक की पुरानी कांग्रेस नहीं है। हम काफी आगे बढ़ चुके हैं और हमारे विधायकों की खरीद-फरोख्त संभव नहीं है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डी.के. शिवकुमार और सिद्दारमैया पार्टी के बहुमत से चूकने की स्थिति में संभावित रणनीति को लेकर एआईसीसी के महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल के साथ संपर्क में हैं।

कर्नाटक कांग्रेस के नेता भाजपा छोड़कर पार्टी में शामिल दो बड़े नेताओं – पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार और पूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सुवादी – को लेकर उत्साहित हैं। इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री और जद(एस) नेता कुमारस्वामी ने कहा कि वे अपने विधायकों को साथ रखेंगे और वह मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी पेश करेंगे। जद (एस) नेतृत्व का मानना है कि कुछ आंतरिक मुद्दे नहीं होते तो पार्टी को एग्जिट पोल की भविष्यवाणी से अधिक सीटें मिल सकती थीं।