इसके बाद लोक सभा अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू की, सदन में हंगामा शुरू हो गया। कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी खड़े होकर कुछ बोलते नजर आए। नारेबाजी के बीच लोक सभा स्पीकर बिरला ने एक बार फिर यह स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी भी माननीय सदस्य को सदन में बोलने से नहीं रोका है। नियमों एवं प्रक्रियाओं के तहत सदस्य ने पहले भी अपनी बात सदन में रखी है और आगे भी इन्ही नियमों और प्रक्रियाओं के तहत वे बोलने की इजाजत देंगे।
दोनों पक्षों की तरफ से लगातार चल रही नारेबाजी के बीच उन्होंने बार-बार अनुरोध किया कि सदन में प्रश्नकाल की कार्यवाही को सुचारू ढंग से चलने दिया जाए, इसके बाद वो बोलने का मौका देंगे। बिरला ने बार-बार सदन चलने देने की अपील करते हुए कहा कि देश चाहता है सदन चले, उनके मुद्दों पर चर्चा हो, उनकी कठिनाइयों पर चर्चा हो। लेकिन क्या आप (हंगामा कर रहे सांसद) नहीं चाहते कि यह सदन चले? लेकिन इसके बावजूद दोनों पक्षों की तरफ से लगातार नारेबाजी होती रही और इसके बाद बिरला ने यह कहते हुए लोक सभा की कार्यवाही को दोपहर बाद 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया कि आप लोग (हंगामा कर रहे सांसद) सदन चलाना नहीं चाहते हैं।