Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा इलेक्शन 2024 की सुगबुगाहट तेज हो गई है। बीजेपी से अलग हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र से मोदी सरकार को गिराने के परिपेक्ष्य में ताना-बाना बुनना आरम्भ कर दिया है। नीतीश कुमार बीते कई महीनों से विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में लगे हुए हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के बीच मुलाक़ात की तस्वीरों ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरीं। वहीं अब एक बार पुनः नीतीश कुमार विपक्ष एकता को लेकर सुर्ख़ियों में बने हुए है।
बीते दिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उत्तरप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव से मुलाक़ात की। मुलाक़ात के दौरान नीतीश कुमार ने दोनों से गठबंधन का हिस्सा बनने और विपक्ष को मजबूती के साथ खड़े रहने की बात की। सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि कर्नाटक चुनाव के बाद विपक्ष एक हाई लेवल मीटिंग कर सकता है जिसमें देश के कई बड़े विपक्षी दलों के नेताओं के शामिल होने की आशंका है।
विपक्ष के नेताओं से मुलाक़ात के बाद नीतीश कुमार ने साफ कहा- की सरकार ने काम नहीं किया उन्होंने सिर्फ प्रचार-प्रसार किया। वर्तमान सरकार प्रचार की सरकार है। हम इतिहास बदलने का प्रयास कर रहे हैं। हम यह संदेश देने की कोशिश में जुटे हुए हैं कि हम सब एक हैं। नीतीश के साथ ममता बनर्जी से मुलाक़ात के दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे।
मुलाक़ात के दौरान अखिलेश यादव ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा- महंगाई अपनी चरम पर है अब बिना देर किये बीजेपी को सत्ता से हटाने की आवश्यकता है। वहीं ममता बनर्जी ने कहा- बीजेपी को जीरो बनाना मेरा लक्ष्य है वह प्रचार के बलबूते हीरो बन गए हैं। वहीं कांग्रेस के सवाल पर ममता ने कहा- विपक्ष एकता में सभी दल शामिल हैं।