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राजनीति– कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मानहानि मामले में सूरत कोर्ट ने 2 वर्ष की सजा सुनाई है। उनकी वायनाड से सांसद सदस्यता भी रद्द हो गई है। अब राहुल गांधी आने वाले लोकसभा चुनाव मे कांग्रेस की ओर से मैदान में ताल भी नहीं ठोक सकते हैं। हालाकि यह मामला अभी कोर्ट में चल रहा है।

लेकिन इस बीच यह बात चर्चा का विषय बनी हुई है कि कांग्रेस का गढ़ कही जाने वाली अमेठी में अब कांग्रेस का प्रत्याशी कौन होगा। क्योंकि राहुल तो चुनाव ही नहीं लड़ सकते। राहुल गांधी को साल 2019 में भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी से हार का सामना करना पड़ा। लेकिन राहुल ने अमेठी के लोगों से अपना जुड़ाव बनाएं रखा।
सूत्रों का दावा है कि अगर अमेठी से कांग्रेस की ओर से कोई मैदान में उतर सकता है तो वह प्रियंका गांधी, वरुण गांधी, दीपिका सिंह, संजय सिंह में से कोई हो सकता है।

किस पर विश्वास जताएगी कांग्रेस-

अगर हम बार प्रियंका गांधी की करें तो यह कांग्रेस की कद्दावर नेता हैं। यह गांधी नेहरू परिवार का सदस्य हैं। उनकी छवि जनता के मध्य इंदिरा गांधी की तरह बनी हुई है। कांग्रेस उनको इंदिरा की परछाईं कहती है।
प्रियंका गांधी अमेठी की जनता को भली भांति जानती हैं। जनता उनके प्रति सहानुभूति रखती है। वहीं अगर मैदान में वह आती हैं तो जनता का कांग्रेस को अच्छा समर्थन मिल सकता है। उनके अंदाज की जनता कायल है और लोग उनको जमीनी नेता के रूप में जानते हैं।
प्रियंका गांधी के बाद एक नाम जो सबसे ज्यादा चर्चा में है वह है वरुण गांधी का। वर्तमान समय मे वरुण गांधी पीलीभीत से भाजपा सांसद हैं। हालाकि बीते कई दिनों से यह केंद्र सरकार की आलोचना करते पाए गए हैं। विशेषज्ञ का कहना है कि वरुण गांधी बीजेपी से संतुष्ट नहीं हैं। अब समय आ गया है जब वह घर वापसी कर सकते हैं।
इनके अलावा यह भी अटकलें तेज हैं कि वरुण गांधी शायद अब समाजवादी पार्टी का हिस्सा बनें। सूत्रों का कहना है कि समाजवादी पार्टी भी वरुण गांधी को अमेठी से ही मैदान में उतारने की रणनीति बनाएगी।

कितनी बार कांग्रेस ने जीती अमेठी-

अमेठी में कांग्रेस का भावनात्मक जुड़ाव है। कांग्रेस को जनता का जबरदस्त समर्थन प्राप्त है। जनता कांग्रेस के प्रति सहानुभूति रखती है। अमेठी में कांग्रेस ने 16 बार अपनी जीत का परचम लहराया है। केवल तीन बार यहां से कांग्रेस को हार का मुख देखना पड़ा।