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Manipur Violence: मणिपुर में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पर शुक्रवार (5 मई) को हमला किया. उन्होंने कहा कि सरकार मणिपुर की स्थिति संभाल नहीं पा रही. 

सीएम अरविंद केजरीवाल ने लुधियाना में मोहल्ला क्लीनिक के उद्घाटन के दौरान कहा, ”पंजाब में कानून व्यवस्था इतनी अच्छी है, जितनी इतिहास में कभी नहीं थी. कुछ लोग हमारा मजाक उड़ाते थे कि पंजाब एक बॉर्डर स्टेट है. ऐसे में यह आम आदमी पार्टी नहीं संभाल पाएगी लेकिन हमसे यह बॉर्डर स्टेट तो संभाल लिया. इनसे (केंद्र सरकार) आज मणिपुर नहीं संभल रहा. मणिपुर में आग लगी है, लेकिन वे (पीएम मोदी) कर्नाटक में चुनावी रैलियां कर रहे हैं.”

स्थिति संभालने के लिए क्या किया जा रहा है?

मणिपुर पुलिस के डीजीपी पी. डोंगल ने कहा कि स्थिति को संभालने के लिए सेना को बुलाया गया है. राज्य सरकार ने भी विषम परिस्थितियों में हिंसा करने वालों वालों पर गोली चलाने के आदेश दिए हैं. उन्होंने बताया कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती हम सभी लोगों को घर पर रहने की सलाह देते हैं. हमने 23 पुलिस स्टेशनों को चिन्हित करके आईजी स्तर के अधिकारियों को इन पुलिस स्टेशनों का इंचार्ज बनाया है. ऐसा इसलिए किया गया ताकि लोगों का विश्वास जीत सकें. 

मामला क्या है?

बहुसंख्यक मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने के फैसले के खिलाफ आदिवासी समूह पिछले कई दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन इसमें बुधवार को हिंसा भड़क गई. इसके बाद ये मामला देखते ही देखते काफी बढ़ गया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना और असम राइफल्स के कई दलों को तुरंत तैनात किया गया. 

इसके बाद मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को कहना पड़ा है कि लोग शांति के लिए सरकार का सहयोग करें. उन्होंने कहा कि राज्य में दो समुदायों के बीच हिंसा गलतफहमी के कारण हुई है. ऐसे में जो भी हिंसा करता हुए मिलेगा उसके खिलाफ सख्त कार्ऱवाई करेंगे.