मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में इन दिनों कवि कुमार विश्वास की राम कथा चल रही है, इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को जोड़ते हुए एक ²ष्टांत सुनाया, जिस पर राज्य में सियासी बवाल हो गया है। कुमार विश्वास ने राम कथा के दौरान एक घटनाक्रम का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके दफ्तर में एक बालक काम करता है और उससे उन्होंने पढ़ने लिखने की बात की, और वह बालक आरएसएस से जुड़ा हुआ है। चार-पांच साल पहले बजट आने वाला था, तब उसने सवाल किया बजट कैसा आना चाहिए, तो मैंने कहा कि रामराज्य जैसा आना चाहिए, उस पर बालक ने कहा कि रामराज्य में बजट कहां होता था, तो उससे मैंने कहा कि तुम्हारी समस्या तो यही है कि वामपंथी कुपढ़ है और तुम अनपढ़ हो।
कुमार विश्वास की यह बात सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भाजपा की ओर से तल्ख बयान दिया गया है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डा हितेष बाजपेई ने ट्वीट कर कहा है, क्या इस रंगे सियार (कुम्हार विषवास) की पिटाई होनी चाहिए न? साथ ही आमजन से हां और लपक कर, दो विकल्प देकर राय मांगी गई है।
वहीं कुमार विश्वास ने एक वीडियो जारी कर बताया है कि उन्हें किस तरह से धमकियां भी मिल रही हैं, इस बयान के बाद। इसको लेकर कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय सिंह यादव ने कहा है कि कुमार विश्वास बुद्धिमान व्यक्ति हैं और उन्होंने जो बात कही है वह सोच समझकर ही कही है, मगर वर्तमान दौर की राजनीतिक में भाजपा और आरएसएस को लेकर सच बोलना पर धमकी जबाव में मिलती है।