देश: कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं। उनका मानना है कि भारत में कर्ज स्थिरता बढ़ती जा रही है जीडीपी के अनुपात में बढ़ोतरी हुई है जो वास्तव में चिंता का विषय है।
उन्होंने भाषण के दौरान कहा – भारत का कर्ज और GDP का अनुपात 84% से ज़्यादा है, जबकि दूसरे विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का यह अनुपात 64.5% है। हम हर साल अपने कर्ज के लिए 11 लाख करोड़ रुपए का तो ब्याज चुका रहे हैं। CAG की रिपोर्ट के अनुसार, 2019-20 में ही ऋण स्थिरता नकारात्मक हो गई थी, तब कर्ज और GDP का अनुपात 52.5% था जोकि अब 84% तक पहुंच गया है।
बता दें कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत आय दिन देश के मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरते नजर आती हैं। वह देश की बगड़ी हुई स्थिति के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार मानती हैं कई बार उनको यह कहते सुना गया है कि देश में विभाजकारी नीति मोदी सरकार ने लागू की है यह सिर्फ हिन्दू मुस्लिम की राजनीति करते हैं और अपना वोट बैंक मजबूत करने हेतु एकता के भाव पर प्रहार करते हैं।
भारत का कर्ज और GDP का अनुपात 84% से ज़्यादा है, जबकि दूसरे विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का यह अनुपात 64.5% है। हम हर साल अपने कर्ज के लिए 11 लाख करोड़ रुपए का तो ब्याज चुका रहे हैं।
CAG की रिपोर्ट के अनुसार, 2019-20 में ही ऋण स्थिरता नकारात्मक हो गई थी, तब कर्ज और GDP का अनुपात… pic.twitter.com/T9j2XiLORC
— Congress (@INCIndia) June 10, 2023