कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को कहा कि सिद्दारमैया के नेतृत्व वाली नई कांग्रेस सरकार के कैबिनेट की पहली बैठक लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। बोम्मई ने यहां संवाददाताओं से कहा, “महिलाएं कल मुफ्त यात्रा के लिए बसों में सवार होने के लिए तैयार थीं। लेकिन मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने सभी को निराश किया। केवल घोषणाएं की गई थीं, लेकिन गारंटी योजनाओं के कार्यान्वयन की तारीखों की घोषणा नहीं की गई थी।”
उन्होंने कहा, “कहा गया था कि अगली कैबिनेट बैठक में चीजों पर चर्चा की जाएगी। इसका मतलब है कि निर्णय केवल लोगों को निराश करने के लिए था। पांच गारंटी योजनाओं पर 50,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। नए सीएम इतने पैसे कहां से लाएंगे?”भाजपा नेता ने कहा कि उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने कहा था कि सभी को गारंटी योजना नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा, लेकिन उन्हें इस तथ्य को नहीं भूलना चाहिए कि सभी ने कांग्रेस पार्टी को वोट दिया है। इससे पता चलता है कि वे मतदाताओं को कितना सम्मान देते हैं।
बोम्मई ने कहा, कोविड महामारी के कारण हर राज्य की उधारी बढ़ गई है। सिद्दारमैया अभी भी विपक्ष के नेता के रूप में बात करते हैं। अब उनके पास बहुत सारी जिम्मेदारी है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि रविवार को जिले के नेताओं की बैठक होगी और उसके बाद भाजपा विधायक दल की बैठक होगी। उन्होंने यह भी कहा : मैंने विधानसभा में विपक्ष के नेता पद के बारे में अभी नहीं सोचा है।