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Stalin Interview Nadu: तमिलनाडु की सत्ता पर काबिज द्रमुक मुनेत्र कड़गम पिछले दो महीने से किसी न किसी कारणों से पूरे देश में चर्चा में रही है. फिर चाहे वह डीएमके के मंत्री सेंथिल बालाजी की ईडी के हाथों गिरफ्तारी हो या फिर बीजेपी को हराने की कोशिश के तहत बनाए गए गठबंधन I.N.D.I.A के गठन में पार्टी की भूमिका रही हो. इन सभी के बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एबीपी नाडु के साथ एक विशेष इंटरव्यू में विपक्षी गठबंधन, केंद्रीय एजेंसियों के छापों के साथ ही बीजेपी के विरोध पर खुलकर बात की.

तमिलनाडु सरकार की सीएम नाश्ता योजना, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा और पुधुमई पेन योजना का जिक्र करते हुए जब सीएम स्टालिन से पूछा गया कि वह महिलाओं की शराबबंदी की मांग को लेकर भी घोषणा करेंगे तो उन्होंने कहा, करुणानिधि की शताब्दी के मौके पर 500 शराब की दुकानें बंद कर दी गई हैं. चरणबद्ध तरीके से शराब की दुकानों की संख्या कम करने और इसके दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता पैदा की जाएगी.

बीजेपी की उल्टी गिनती शुरू- स्टालिन

विपक्षी गठबंधन इंडिया में अलग-अलग विचारधारा की पार्टियों में कैसे सामंजस्य बैठेगा, इस सवाल पर तमिलनाडु सीएम ने कहा, कई मौकों पर डीएमके ने पहले ही साबित कर दिया है कि विभिन्न विचारधारा वाले राजनीतिक दल एक सामान्य कारण के आधार पर एकजुट हो सकते हैं. 

उन्होंने कहा, बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक में मैंने हिस्सा लिया था, इंडिया का गठन भारत को बचाने के लिए हुआ है. एकजुट विपक्ष को देखकर बीजेपी को खतरा है. भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार इस विचार के साथ काम करती है कि वह प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआई और अन्य एजेंसियों का उपयोग करके पार्टियों को दबा सकती है. मेरा मानना है कि बेंगलुरु में बीजेपी की उल्टी गिनती शुरू हो गई है.’

बीजेपी को हराने का क्या है प्लान?

बीजेपी को हराने के लिए अपनी रणनीति के बारे में उन्होंने बताया, मैंने विपक्ष की बैठक में 7 अहम रणनीतियां रखी हैं. धर्मनिरपेक्ष दलों की एकता से तमिलनाडु में जीत हासिल करने में मदद मिली. इसी तरह मैंने राष्ट्रीय स्तर पर सभी को एकजुट होने की बात कही. जो भी पार्टी किसी राज्य में मजबूत है तो उसके नेतृत्व में उस राज्य में गठबंधन बनना चाहिए. चुनाव करीब आने पर बाकी रणनीति के बारे में पता चल जाएगा.

कौन होगा विपक्ष का पीएम कैंडीडेट?

विपक्ष के लिए पीएम कैंडीडेट के सवाल पर डीएमके नेता ने कहा, प्रधानमंत्री कौन है, इससे अधिक महत्वपूर्ण यह है कि लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष, समतावादी भारत की रक्षा की जाए. बेंगलुरु बैठक के बाद मैंने कहा कि गठबंधन इस तथ्य पर आधारित है कि किसे सत्ता में नहीं आना चाहिए. मकसद यही है कि बीजेपी को हराया जाए. 

उन्होंने 2004 का जिक्र करते हुए कहा, जब संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सत्ता में आया, तो किसी ने भी यह घोषणा या उम्मीद नहीं की थी कि डॉ. मनमोहन सिंह को प्रधान मंत्री बनाया जाएगा. हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि उनके नेतृत्व में 10 वर्षों के स्थिर शासन ने भारत के निरंतर विकास का मार्ग प्रशस्त किया.

बीजेपी को तमिलनाडु में सफलता नहीं मिलेगी- स्टालिन

तमिलनाडु में बीजेपी के विस्तार के सवाल पर स्टालिन ने कहा, बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जो केवल धर्म के आधार पर लोगों को बांटने की नकारात्मक राजनीति करती है. पिछले 9 वर्षों में अपनी सरकार की उपलब्धि बताने में असमर्थ बीजेपी सत्तारूढ़ सरकार की छवि खराब करने के इरादे से ईडी जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है ताकि उस पर सेंध लगाई जा सके.

उन्होंने कहा, तमिलनाडु में विपक्षी अन्नाद्रमुक को बीजेपी ने गुलाम बना लिया है. बीजेपी तमिलनाडु के लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए भ्रष्ट अन्नाद्रमुक के कंधों पर चढ़ने का प्रयास कर रही है, लेकिन ये सपना पूरा नहीं होगा.

गिरफ्तारी के बाद भी सेंथिल बालाजी को मंत्रिमंडल से न निकालने पर भी तमिलनाडु सीएम ने खुलकर बात की. उन्होंने कहा, सेंथिल बालाजी के मामले में, जांच एजेंसी को संदेह से परे काम करना चाहिए था, न कि द्रमुक के नेतृत्व वाली सरकार को. कहा कि सेंथिल बालाजी के इस्तीफे पर सवाल उठाने वाली बीजेपी को पहले अपने मंत्रिमंडल से उन सभी मंत्रियों को हटाना चाहिए जिनका आपराधिक रिकॉर्ड है. राजनीति में नैतिकता की बात एकतरफा नहीं हो सकती है.