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Tomato Price Hike:  महगाई से आम आदमी पहले ही परेशान था कि आज सुबह २० रूपये में बिकने वाला टमाटर 80-100 में बिकने लगा. टमाटर के दाम में आए उछाल को लेकर विपक्ष के नेता लगातार वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण पर कटाक्ष कर रहे हैं. वही अब उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने एक ट्वीट करते हुए लिखा- क्या देश की वित्त मंत्री टमाटर खाती हैं? क्या टमाटर के बढ़ते दामों का जवाब दे पायेंगी?

देखें क्या बोले युजर्स:

एक यूजर लिखता है- टमाटर या कोई भी सब्जी/भाजी/तरकारी, कोई फैक्ट्री प्रोडक्ट नहीं है; जो शेड के नीचे हो। बेतहाशा बारिश हो रही है। किसान-मजदूर खेत में काम नहीं कर पा रहे हैं। मंडियों में आवक कम हो गई तो टमाटर की कीमत बढ़ गई। थोड़ा सब्र कर लो। किसान के नुकसान और दर्द पर दो शब्द नहीं।हमेशा सस्ता चाहिए। एक अन्य यूजर कहता है- टमाटर सस्ता होता है तो किसान आंदोलन करते हैं और महंगा होता है तो राजनेता सरकार से जवाब मांगते हैं 3 कृषि कानून आपकी पार्टी ने विरोध किया था और आंदोलन का समर्थन किया था आज टमाटर का उचित भाव ना किसान को मिल रहा है और ना जनता को सारा मुनाफा दलाल की झोली में जा रहा है और करिए विरोध।

एक यूजर तो ताज्जुब व्यक्त करते हुए लिखता है- अरे गजब नेता है यह। टमाटर की सच्चाई तो जानो पहले। अरे भाई किसान ने उगाया ही नहीं टमाटर क्योंकि उसके दाम बहुत सस्ते थे और रखरखाव उससे महंगा था। बाकी कहर बरसात ने दे डाला। जहां उगा है वहां से आ जाएगा 2 महीने में रेट भी ठीक हो जाएंगे। बाकी सत्ता सत्ता सपना सपना। एक यूजर उनके सवाल के जवाब में लिखता है- पक्का कहता हूं वह खाना छोड़ देंगीं क्योंकि उन्हें पता है टमाटर की फसल खराब हो चुकी है मानसून का दौर है सब्जियां महंगी होती ही और आप देशद्रोहियों का मकसद टमाटर के आयात पर जोर देना है ताकि भारतीय विदेशी मुद्रा की हानि हो।मेरी पत्नी ने आज 2किलो टमाटर की जरूरत को 250ग्राम में बदला।