राजनीति – राजस्थान कांग्रेस में मची कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार व भर्ती परीक्षाओं के पर्चे लीक मामले में अपनी ही सरकार के विरोध में मोर्चा खोल दिया है। सचिन पायलट ने अजमेर से “जनसंघर्ष यात्रा” शुरू की है। यात्रा के माध्यम से वह २५ किलोमीटर पैदल चलेंगे सूत्रों का कहना है कि सचिन १५ मई को राजस्थान पहुंच जाएंगे।
सचिन पायलट की यह यात्रा अशोक गहलोत के विरोध में हैं उन्होंने दावा किया है कि हमने सत्ता में आने से पूर्व जनता से वादा किया था कि हम भ्रष्टाचार के खिलाफ जाँच करवाएंगे लेकिन गहलोत सरकार ने इसपर काम नहीं किया. इस संदर्भ में मैंने उनसे कई बार-बात की लेकिन किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया.
उन्होंने आगे कहा- कांग्रेस ऐसे ही सत्ता में नहीं आई है कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए हमने संघर्ष किया है, पार्टी को मजबूती के साथ खड़ा करने में हमारा खून पसीना लगा है। वहीं सीएम गहलोत पर बरसते हुए सचिन पायलट ने कहा- हमारी ईमानदारी और निष्ठा पर कोई सवाल नहीं उठा सकता हमारा परिवार ४५ साल से राजनीति से जुड़ा है आज तक हमने कभी भी अपने लाभ की सिद्दी हेतु किसी से कोई धन नहीं लिया है।
वहीं सूत्रों का यह भी कहना है कि सचिन पायलट आलाकमान की नीतियों से असंतुष्ट हैं यदि कोई उनके विरोध में कार्यवाही होती है तो उनके समर्थन के लोग पार्टी से इस्तीफ़ा दे सकते हैं. वहीं सचिन की यात्रा के जो भी पोस्टर लगाए गए हैं उसमे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी व अन्य कांग्रेस के बड़े नेताओं को जगह नहीं मिली है जिसके बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि पायलट जल्द ही कांग्रेस को छोड़ने वाले हैं।