दुनिया में दो प्रकार की ऊर्जा होती है एक सकारात्मक और नकारात्मक ( पॉजिटिव और नेगेटिव ) । जब व्यक्ति के अंदर नकारात्मक ऊर्जा प्रभावी हो जाती है तब कार्य में रुकावटें आ जाती है। जिस व्यक्ति का बृहस्पति और शुक्र ग्रह दोनों या दोनों मे से कोई एक मजबूत हो या अच्छी अवस्था में हो ऐसे व्यक्ति में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होता है।
वहीं चंद्रमा मंगल बुद्ध मजबूत हो ऐसे व्यक्ति में दोनों प्रकार की ऊर्जा रहती है सकारात्मक और नकारात्मक। जो व्यक्ति शनि ,राहु ,केतु से प्रभावित होते है उनमें नकरात्मक ऊर्जा पायी जाती है। जिन लोगों के ऊपर राहु का मुख्य प्रभाव रहता है ऐसे लोगों की नजर जल्दी लगती है एवं चंद्र बुद्ध के कमजोर होने पर लोग नजर दोष के शिकार हो जाते है ।
कैसे पहचाने किसके अंदर नकारात्मक ऊर्जा है
1 – आपकी सेहत अचानक बार बार खराब होने लगे।
2 – किसी काम को करने में मन न लगना ।
3 – तुलसी पौधा बार बार सुखना।
4 – कार्य में रुकावट आना।
कैसे दूर करे नकारात्मक ऊर्जा
1 – घर को साफ सुथरा रखे ।
2 – पूजा स्थान पर दीपक अवश्य प्रज्वालित करे l
3 – एक चुटकी नमक अपने सर से तीन बार घुमा कर बहते पानी में डाल दें।
4 – चंदन की सुगंध का प्रयोग करें ।
5 – घर पर धार्मिक आयोजन करते रहे।