श्रीरामचरितमानस कई विलक्षण व आदर्श चरित्रों को उजागर करता है, जिनसे जीवन को साधने वाले सटीक सूत्र जुड़े हैं। इस धर्मग्रंथ की चैपाइयां मंत्र की तरह बेहद असरदार मानी जाती हैं। आस्था है कि किसी भी वक्त इन चैपाइयों का स्मरण शुभ ही है, किंतु कुछ खास चैपाइयां किसी भी तरह की परेशानियों या बुरे वक्त से गुजरने पर बोलना बड़ी ही संकटमोचक बताई गईं हैं।
इसी कड़ी में यहां बताई जा रही हैं रामचरितमानस की कुछ चैपाइयां सिरदर्द से लेकर घर या नौकरी से जुड़ी कई परेशानियों से भी छुटकारा पाने के लिए बड़ी शुभ होंगी। इन परेशानियों का सामना हर व्यक्ति दैनिक जीवन में करता है। रामायण की इन चैपाइयों को बोलने से पहले श्रीराम, सीता, लक्ष्मण, हनुमान सहित राम दरबार की पूजा करें। यथासंभव शांत जगह व बनारस यानी काशी की ओर मुंह कर 108 बार बोलें, क्योंकि माना जाता है कि रामायण स्वयं काशी विश्वनाथ द्वारा प्रमाणित की गई है।
जानिए ये चमत्कारी चैपाइयां और उससे बनने वाले काम
1. सिरदर्द या दिमाग की कोई भी परेशानी दूर करने के लिए-
हनुमान अंगद रन गाजे।
हाँक सुनत रजनीचर भाजे।।
2. नौकरी पाने के लिए –
बिस्व भरण पोषन कर जोई।
ताकर नाम भरत जस होई।।
धन-दौलत, सम्पत्ति पाने के लिए –
जे सकाम नर सुनहि जे गावहि।
सुख संपत्ति नाना विधि पावहि।।
3. पुत्र पाने के लिए –
प्रेम मगन कौसल्या निसिदिन जात न जान।
सुत सनेह बस माता बालचरित कर गान।।
4. पढ़ाई या परीक्षा में कामयाबी के लिए-
जेहि पर कृपा करहिं जनु जानी। कबि उर अजिर नचावहिं बानीघ्
मोरि सुधारिहि सो सब भाँती। जासु कृपा नहिं कृपाँ अघातीघ्
5. शादी के लिए –
तब जनक पाइ वशिष्ठ आयसु ब्याह साजि संवारि कै।
मांडवी श्रुतकीरति उर्मिला, कुँअरि लई हँकारि कै
7. जहर उतारने के लिए –
नाम प्रभाउ जान सिव नीको।
कालकूट फलु दीन्ह अमी को।
8. नजर उतारने के लिए –
स्याम गौर सुंदर दोउ जोरी।
निरखहिं छबि जननीं तृन तोरी।।
9. खोई वस्तु या व्यक्ति पाने के लिए-
गई बहोर गरीब नेवाजू।
सरल सबल साहिब रघुराजू।
9. हनुमानजी की कृपा के लिए – सुमिरि पवनसुत पावन नामू।
अपनें बस करि राखे रामू।।
10. यज्ञोपवीत पहनने व उसकी पवित्रता के लिए –
जुगुति बेधि पुनि पोहिअहिं रामचरित बर ताग।
पहिरहिं सज्जन बिमल उर सोभा अति अनुराग।।
11. सफल व कुशल यात्रा के लिए –
प्रबिसि नगर कीजै सब काजा।
ह्रदयँ राखि कोसलपुर राजा
12. शत्रुता मिटाने के लिए
– बयरु न कर काहू सन कोई।
राम प्रताप विषमता खोई
13. सभी तरह के संकटनाश या भूत बाधा दूर करने के लिए
प्रनवउँ पवन कुमार,खल बन पावक ग्यान घन।
जासु ह्रदयँ आगार, बसहिं राम सर चाप धर
14. बीमारियां व अशान्ति दूर करने के लिए –
दैहिक दैविक भौतिक तापा।
राम राज काहूहिं नहि ब्यापा
15. अकाल मृत्यु भय व संकट दूर करने के लिए –
नाम पाहरु दिवस निसि ध्यान तुम्हार कपाट।
लोचन निज पद जंत्रित जाहिं प्रान केहि बाट।।